सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि ईरान में यूनिवर्सिटी कैंपस में एक लड़की अडंरगारमेंट्स में घूम रही है। यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि ईरान पुलिस ने इस लड़की को यूनिवर्सिटी परिसर में अंडरगारमेंट्स में घूमने पर मौत के घाट उतार दिया।
Deepak Sharma नामक यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा, “ईरान पुलिस ने इस लड़की को सिर्फ इसलिए मार दिया क्यूंकि उसने सरकार के हिसाब से कपड़े नहीं पहने थे, कैसी हत्यारी मज़हबी व्यवस्था है ये।
इसके अलावा अन्य यूजर्स ने भी वीडियो शेयर कर ऐसे ही दावे किये। जिसे यहां, यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेक
DFRAC टीम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड सर्च किये। हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। जिनमें ईरान की इस घटना को रिपोर्ट किया गया है।CNN की रिपोर्ट के मुताबिक महिला को हिरासत में लिया गया है। इस रिपोर्ट में मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी के हवाले से हिरासत में ली गई महिला की रिहाई की मांग भी प्रकाशित की गई है।
वहीं news.com.au की 4 नवंबर 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान में एक विश्वविद्यालय की छात्रा को उसके अंडरवियर तक उतार देने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। यह घटना शनिवार 2 नवंबर को तेहरान इस्लामिक आज़ाद विश्वविद्यालय में घटी। इस रिपोर्ट में भी एमनेस्टी ईरान ने ईरानी अधिकारियों से “विश्वविद्यालय की छात्रा को तुरंत बिना शर्त रिहा करने” का आह्वान किया है।
इसके अलावा euronews की रिपोर्ट में बताया गया है कि ईरान में विश्वविद्यालय परिसर में सार्वजनिक रूप से कपड़े उतारने पर छात्रा को गिरफ्तार किया गया है। जबकि इसी रिपोर्ट में एक स्थानीय समाचार पत्र के हवाले से बताया गया है कि महिला को एक मनोरोग अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है।
जबकि आज तक की 4 नवंबर 2024 की रिपोर्ट में एक ईरानी अखबार के एबीसी न्यूज के हवाले से कहा गया है, कि महिला को पहले पुलिस स्टेशन ले जाया गया और फिर एक मनोरोग केंद्र भेज दिया गया । इसी रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि अब तक की जानकारी के मुताबिक महिला ईरान के ही एक मनोरोग केंद्र में है।
वहीं हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट्स नहीं मिली, जिसमें महिला की मौत के बारे में बताया गया हो।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल दावा भ्रामक है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान में इस्लामिक आज़ाद यूनिवर्सिटी की इस छात्रा को पहले गिरफ्तार किया गया था और बाद में मनोरोग केन्द्र भेजा गया था। अभी तक की उपलब्ध जानकारी के मुताबिक महिला की मौत की पुष्टि नहीं हो सकी है।