सोशल मीडिया पर ‘आज तक’ की एक न्यूज क्लिप वायरल हो रही है। इस क्लिप की ब्रेकिंग न्यूज में यह दावा किया गया है कि मुस्लिम उलेमाओं ने महाविकास अघाड़ी के नेताओं के सामने 5 अहम शर्तें रखी हैं, जिसमें 1-किसी मुस्लिम को डिप्टी CM बनाना, 2-मंत्रिमंडल में 25% मंत्री मुस्लिमों को बनाना, 3-वक्फ बोर्ड पर MVA का स्पष्ट रुख करना, 4-मदरसों और ऊर्दू स्कूलों को विशेष वित्तीय सहायता देना और 5-मुस्लिम समुदाय को आरक्षण दिए जाने की मांग शामिल है।
मुस्लिम उलेमाओं ने ये भी ऐलान किया है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, वह MVA को वोट देने का फतवा जारी नहीं करेंगे। इस न्यूज क्लिप में यह भी दावा किया गया है कि शरद पवार और उद्धव ठाकरे सहित MVA के तमाम नेताओं ने मुस्लिमों उलेमाओं की इन मांगों को मान लिया है।
इस न्यूज क्लिप को शेयर करते हुए दिलीप कुमार सिंह नामक यूजर ने लिखा, “सुन लो मुसलमानों की शर्तें जो महा विकास आघाड़ी, उद्धव ठाकरे और शरद पवार मान चुके हैं, जिस बात की हिंदुओं को भनक तक नहीं पड़ने दी। अगर ये जीत गए तो हिंदू द्वितीय दर्जे के नागरिक हो जाएंगे। #हिंदुओं_के_लिए_घातक_महा_विकास_आघाड़ी#महाराष्ट्र_विधानसभा_चुनाव_2024“
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने ‘आज तक’ वायरल न्यूज क्लिप को गौर से देखा। हमने पाया कि इस न्यूज क्लिप के टिकर में पीएम मोदी के वाराणसी दौरे के संदर्भ में एक न्यूज चल रही है, जिसमें जानकारी दी गई है कि पीएम मोदी बीएचयू में 430 बेड और 74 बेड के दो अस्पतालों का उद्घाटन करेंगे। वह वाराणसी-उज्जैन-ओंकारेश्वर के बीच चलने वाली महाकाल एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 63 फीट ऊंची प्रतिमा का पीएम मोदी अनावरण भी करेंगे।
DFRAC की टीम ने पीएम मोदी के वाराणसी दौरे और इन विकासकार्यों के संदर्भ में गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किया। हमें ‘आज तक’ की 16 फरवरी 2020 की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें पीएम मोदी द्वारा वाराणसी दौरे पर विकासकार्यों का उद्घाटन करने और दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण करने की जानकारी दी गई है। वहीं हमारी टीम ने पाया कि ब्रेकिंग प्लेट पर दिख टेक्स्ट का स्टाइल आज तक के ओरिजिनल ब्रेकिंग टेक्स्ट स्टाइल से मैच नहीं कर रहा है।
वहीं हमें महाराष्ट्र में मुस्लिम उलेमाओं द्वारा डिप्टी CM और 25% मुस्लिमों को मंत्री बनाने सहित अन्य मांगों के संदर्भ में कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि आज तक के वायरल न्यूज क्लिप को एडिट किया गया है। इसलिए यूजर्स का दावा गलत है।