सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि घर के बाहर रंगोली बना रही दो लड़कियों पर एक अनियंत्रित कार अचानक चढ़ जाती है। इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स इसे प्लानिंग के तहत हिन्दू समुदाय की बहन-बेटियों को मारे जाने का दावा कर रहे हैं।
इस वीडियो को शेयर करते हुए डॉ. अनिता व्लादिवोस्की नामक यूजर ने लिखा, “प्लानिंग के तहत हिन्दुओं और हिन्दुओं की बहन बेटियों को मारा जा रहा है जबकि हिन्दू समझ रहा है कि ये हादसा है”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “प्लानिंग के तहत हिन्दुओं और हिन्दुओं की बहन बेटियों को मारा जा रहा है जबकि हिन्दू समझ रहा है कि ये हादसा है। ये कहां का वीडियो है जानकारी नहीं लेकिन महिलाओं पर गाड़ी चढ़ाने का मकसद एक ही है इनकी पूरी तैयारी हो चुकी है इन्हें भी पता है कि हिन्दू शांतिप्रिय तरीके से मोमबत्ती जलाओ”
वहीं इस वीडियो को ऐसे ही दावे के साथ कई अन्य यूजर्स ने भी शेयर किया है। जिसे यहां, यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो के संदर्भ में गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किया। हमें इस घटना के बारे में एबीपी न्यूज, NBT और टीवी-9 भारतवर्ष की रिपोर्ट्स मिलीं, जिसमें इस घटना के आरोपी कार चालक का नाम तुषार अग्रवाल बताया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इंदौर के जयभवानी नगर में दो लड़कियां नव्या प्रजापत और प्रियांशु अपने घर के बाहर रंगोली बना रही थीं। इसी दौरान एक कार चालक तेज गति से आया और लड़कियों को कुचल दिया। कार का नंबर MP 09 ZW 7287 है, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। कार मालिक का नाम तुषार अग्रवाल है, जो कि हुकुमचंद कॉलोनी का रहने वाला है। घटना के बाद वह मौके से फरार हो गया था, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
इसके अलावा हमें इंदौर ज़ोन-1 के DCP विनोद कुमार मीणा का एक बयान भी मिला, जिसमें उन्होंने आरोपी को तुषार अग्रवाल बताया है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि इंदौर कार हादसे में सांप्रदायिक एंगल नहीं है। पुलिस ने इस घटना के आरोपी कार ड्राइवर तुषार अग्रवाल को पकड़ा है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा भ्रामक है।