सोशल मीडिया पर उत्तराखंड के उत्तरकाशी का एक वीडियो वायरल है। जिसमें देखा जा सकता है कि कुछ लोग भीड़ पर पत्थर फेंक रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि उत्तरकाशी में हिन्दू समुदाय के प्रदर्शन और पुलिस पर मुस्लिम भीड़ ने पत्थरबाजी की है।
दीपक शर्मा नामक एक यूजर ने लिखा, “कश्मीर छोड़ो अब देवभूमि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जैसे हिन्दुओं के पवित्र तीर्थस्थल पर जिहादियों ने हिन्दुओं पर पत्थरबाज़ी की… अब भी वक्त है देवभूमि वालों समय रहते इनका सम्पूर्ण बहिष्कार करो, वरना ये तुम्हें तुम्हारे पहाड़ों से भगा देंगे घुसपैठिये हैं ये.. न कोई दीन न ईमानदार”
वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, “उत्तरकाशी (उत्तराखंड) में मुस्लिम भीड़ ने न सिर्फ हिंदुओं के प्रदर्शन पर, बल्कि पुलिस पर भी पथराव किया। कभी यहां मुस्लिम आबादी न के बराबर थी, लेकिन अब उनकी संख्या इतनी बढ़ चुकी है कि वे ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ये जनसांख्यिकीय बदलाव वाकई चिंताजनक है। #DemographicChange“
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो के संदर्भ में उत्तरकाशी पुलिस के ऑफिशियल एक्स (ट्विटर) हैंडल @UttarkashiPol को देखा। पुलिस ने एक ट्वीट में बताया है कि जनआक्रोश रैली में विशेष समुदाय द्वारा पथराव करने की भ्रामक खबर फैलाई गई है। पु्लिस ने ट्विट में लिखा है, “हिंदू संगठन द्वारा रैली/जुलूस के लिए निर्धारित रूट का प्रयोग न करते हुए पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेटिंग्स पर उन्हें रोकने पर प्रदर्शनकरियों/भीड़ के द्वारा पथराव/बोतलें फेंकी गई तथा बाद में कुछ लोगों के द्वारा किनारे से अंबेडकर भवन के पीछे/ऊपर जाकर पथराव किया गया है। #खण्डन“
वहीं हमें उत्तरकाशी के एसपी अमित श्रीवास्तव की एक बाइट मिली, जिसमें उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों में से कुछ लोगों ने पत्थरबाजी की थी। उन्होंने बताया कि इस घटना में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि इस घटना में सांप्रदायिक एंगल नहीं है। पुलिस द्वारा विशेष समुदाय द्वारा पत्थरबाजी किए जाने को भ्रामक सूचना करार दिया है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।