Jaipur RSS Attack

फैक्ट चेक: जयपुर के शिव मंदिर में RSS सदस्यों पर मुस्लिमों द्वारा हमला करने का दावा गलत है

Fact Check hi Featured Misleading

सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि जयपुर के शिव मंदिर में RSS के “खीर वितरण” “शरद पूर्णिमा” उत्सव समारोह में शामिल लोगों पर मुस्लिमों ने चाकुओं से हमला किया है, जिसमें RSS कार्यकर्ताओं सहित 8 लोग घायल हो गए। यूजर्स यह भी दावा कर रहे हैं कि पुलिस ने इस घटना में शामिल मुस्लिम व्यक्ति नसीब और उसके बेटे को गिरफ़्तार किया है।

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सुदर्शन न्यूज के पत्रकार कुमार सागर ने लिखा, “जयपुर में समुदाय विशेष के लोगों ने फिर बिगड़ा सांप्रदायिक सौहार्द। जयपुर में RSS के स्वयंसेवकों पर चाकूबाजी कर जानलेवा हमला, मंदिर परिसर में जगह- जगह फैला खून और खीर। दरअसल, RSS स्वयंसेवक शरद पूर्णिमा महोत्सव कार्यक्रम में खीर वितरण कर रहे थे इसी बीच मंदिर में साज़िश के तहत स्वयंसेवकों पर चाकूओ से ताबड़तोड़ हमला किया गया।”

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फैक्ट चेकः

DFRAC की टीम ने वायरल दावे की जांच की और पाया कि यह दावा गलत है। जयपुर टाइम्स की 18 अक्टूबर, 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार रात शरद पूर्णिमा के अवसर पर एक मंदिर में आयोजित जागरण के दौरान चाकूबाजी की घटना में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े दस लोग घायल हो गए। यह घटना करणी विहार इलाके में हुई, जहां प्रसाद बांटने के दौरान हुए विवाद के बाद पड़ोसी नसीब चौधरी और उसके बेटे भीष्म चौधरी ने अपने साथियों के साथ मिलकर हमला कर दिया।

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इसके अलावा एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, जयपुर के करणी विहार इलाके के शिव मंदिर में देर रात जमीन विवाद के चलते चाकूबाजी की यह घटना हुई। नसीब अपने बेटे के साथ रात में चल रहे धार्मिक कार्यक्रम में आया था और कहासुनी के बाद उसने कई लोगों पर चाकू से हमला करना शुरू कर दिया। नसीब और उसके बेटे भीष्म को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन मीडिया रिपोर्ट्स में नसीब और उसके बेटे भीष्म के मुस्लिम समुदाय से होने का कोई उल्लेख नहीं किया गया है।

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घटना के बारे में और ज्यादा जानकारी के लिए DFRAC की टीम ने जयपुर के करणी विहार पुलिस स्टेशन के एसआई रामपाल से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि विवाद में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। दोनों पक्ष हिंदू समुदाय से हैं।

निष्कर्ष:

DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि जयपुर में RSS सदस्यों पर चाकू से हमला करने वाले मुसलमान नहीं है। दोनों पक्ष हिंदू समुदाय से हैं। इसलिए यूजर्स का दावा गलत है।