सोशल मीडिया पर उत्तराखंड में मुस्लिम आबादी को लेकर एक दावा किया गया है। यूजर्स के मुताबिक उत्तराखंड में वर्ष 2000 में सिर्फ 1.5 फीसदी मुस्लिम आबादी थी, जो वर्ष 2024 में 16 प्रतिशत हो गई है।
Baba Banaras™ नामक एक यूजर ने लिखा, “उत्तराखंड में मुस्लिम जनसंख्या। वर्ष 2000: 1.5% वर्ष 2024: 16% अगर आप यह नहीं देख पा रहे हैं तो आप अंधे ही नहीं बल्कि देशद्रोही भी हैं।” (हिन्दी अनुवाद)
वहीं इस वीडियो को ऐसे ही दावे के साथ कई अन्य यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। जिसे यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने पाया कि वायरल दावा गलत है। दरअसल उत्तराखंड राज्य का गठन वर्ष 2000 में हुआ था। इसके बाद साल 2001 में जनगणना हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि 2001 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में 11.9% मुस्लिम आबादी थी। इसके बाद वर्ष 2011 के जनगणना में मुसलमानों की आबादी 13.9% हो गई थी। यहां देखा जा सकता है कि एक दशक में मुस्लिमों की आबादी में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
न्यूज-18 हिन्दी की रिपोर्ट के मुताबिक, “2001 में मुस्लिम आबादी राज्य में 11.9 फीसद थी. वहीं 2001 से 2011 की जनगणना के मुताबिक अब ये मुस्लिमों की संख्या 13.9 फीसद हो गई है.”
इसके अलावा अमर उजाला और नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट में मुस्लिमों की जनसंख्या के संदर्भ में यही आंकड़े दिए गए हैं। वहीं 2011 की जनगणना के बाद उत्तराखंड राज्य की धार्मिक जनसांख्यिकी के बारे में आधिकारिक तौर पर कोई डाटा उपलब्ध नहीं है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि उत्तराखंड में मुस्लिम आबादी को लेकर किया गया दावा गलत है। साल 2000 में उत्तराखंड राज्य गठन के बाद 2001 में हुई जनगणना के मुताबिक राज्य में मुस्लिम आबादी 11.9 प्रतिशत थी, जो 2011 की जनगणना में 13.9 फीसदी हो गई थी।