सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें देखा जा सकता है कि समाजवादी पार्टी के विधायक कमाल अख्तर यूपी के अधिकारियों पर एक स्पीच दे रहे हैं, जिसमें वह कहते हैं, “अल्लाह तौबा तौबा, अल्लाह माफ करे, इस उत्तर प्रदेश का कोई आईएएस, इस उत्तर प्रदेश का कोई आईपीएस, पीसीएस, कोई ऐसा सीओ, कोई ऐसा कोतवाल, इस उत्तर प्रदेश के अन्दर पैदा नहीं हुआ, अगर कमाल अख्तर फोन करदे उसे आज की डेट में भी, और वह आपका काम न करे।”
जबकि इसी वीडियो के अगले भाग में एक नेता की पुलिस द्वारा लाठियों से ताबड़तोड़ पिटाई की जा रही है। यूजर्स वीडियो शेयर कर दावा कर रहे हैं कि कमाल अख्तर ने उत्तर प्रदेश प्रशासन को धमकी दी। बाद में पुलिस ने उसकी बेरहमी से पिटाई की ।
एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “अल्लाह तौबा-तौबा. अल्लाह ने माफ़ नहीं किया! समाजवाद पार्टी का छुटभैया नेता कमाल अख्तर उत्तरप्रदेश के शासन प्रशासन को अपनी शिफारिश वाले सारे काम करने की धमकी दे रहा था। उतर प्रदेश की पुलिस ने तुरन्त ही उसको नचा नचा के मारा है।”
इसके अलावा अन्य यूजर्स ने भी वीडियो शेयर कर ऐसा ही दावा किया है, जिसे यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेक
DFRAC टीम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड सर्च किये। हमें कमाल अख्तर के बयान का पहला वीडियो ABP Ganga के यूट्यूब चैनल पर 9 अप्रैल 2021 को अपलोड मिला। यहां वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा गया है, “अमरोहा में समाजवादी के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर ने विवादित बयान दिया। भरी सभा में उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसी भी आईएएस-आईपीएस में इतनी हिम्मत नहीं, जो कमाल अख्तर के किसी भी काम को मना कर दे. उन्होंने ये बयान पंचायती चुनाव को लेकर हो रही सभा में दिया।”
इसके अलावा हमने कमाल अख्तर की पिटाई से संबंधित कीवर्ड सर्च किये। मगर हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें यूपी पुलिस द्वारा कमाल अख्तर की पिटाई की बात की गई हो। जबकि वीडियो के पिटाई वाले हिस्से को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि कुछ यूजर्स ने इसे सपा नेता राजा चतुर्वेदी का बताया है। हमने RAJA CHATURVEDI से संबंधित कीवर्ड सर्च किये। हमें Santosh Chaturvedi नामक यूट्यूब चैनल पर राजा चतुर्वदी की पिटाई वाला यह वीडियो 25 अप्रैल 2011 को अपलोड मिला। इस वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है, “SAMAJWADI PARTY LEADER RAJA CHATURVEDI 21 FEB 2011 AT VIDHAN SABHA U.P.”
इसके अलावा हमें khojinews की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें राजा चतुर्वेदी की पिटाई की घटना का जिक्र किया गया है, इस रिपोर्ट में राजा चतुर्वेदी के हवाले से बताया गया है, 21 फरवरी को बजट सत्र का आखिरी दिन था। विधायक, विधानसभा में सरकार को घेर रहे थे और शिवपाल यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी के विधायक विधानसभा में धरने पर बैठ गये थे, तब तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने धरने पर बैठे विधायको को मार्शलों से उठवाकर जबरदस्ती बाहर करा दिया था।
निष्कर्षः
DFRAC के इस फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि यूपी पुलिस द्वारा कमाल अख्तर की पिटाई का दावा भ्रामक है। यह वीडियो वर्ष 2011 में सपा नेता राजा चतुर्वेदी की पिटाई का है।