सोशल मीडिया पर अयोध्या में राम मंदिर में सफाई कर्मी के तौर पर काम करने वाली एक छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना शेयर की जा रही है। इस दौरान कई यूजर्स यह दावा भी करते हुए पाए गए कि गैंगरेप की यह घटना राम मंदिर में हुई है। DFRAC की टीम ने इस दावे की पड़ताल की, तो सच्चाई कुछ और निकली।
एक यूजर ने इस घटना के बारे में एक न्यूज कटिंग शेयर करते हुए लिखा, राम मंदिर में होने वाली ये घटना बहुत ही शर्मनाक है….
इस घटना पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के सवाल पूछते हुए एक यूजर ने लिखा, “माननीय मुख्यमंत्री जी आपके उत्तर प्रदेश में हर दिन बेटियों के बलात्कार हो रहे हैं और कल तो हद हो गई। अयोध्या राम मंदिर में ही एक लड़की को बंधी बनाकर उसका रेप किया गया। क्या यही है राम राज्य , थोड़ा उसके लिए भी ट्वीट कर देते”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “राम मंदिर में भी रेप !! हे राम”
वहीं एक यूजर ने पीएमओ और गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए सवाल पूछा, “राम मंदिर में दलित युवती के रेप के बारे में आपकी क्या प्रतिक्रिया है।”
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल दावे की जांच के लिए गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किए। हमें इस घटना के बारे में NBT और दैनिक भास्कर सहित कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं।
NBT की रिपोर्ट के मुताबिक, “उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर में सफाई कर्मी के रूप में काम करने वाली 20 साल की एक युवती द्वारा 9 लोगों पर कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाए जाने के बाद पुलिस ने अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पीड़िता बीए अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रही है। अयोध्या के कैंट थाने में छात्रा द्वारा दर्ज कराई गयी प्राथमिकी के अनुसार, 16 से 25 अगस्त के बीच तीन अलग-अलग मौकों पर उससे सामूहिक दुष्कर्म किया गया।”
वहीं आगे की जांच करने पर हमे ‘UP Tak’ के यूट्यूब चैनल पर पीड़िता का बयान मिला, जिसमें वह बताती है कि यह घटना अंगूरी बाग के एक गेस्ट हाउस में हुई है। इसके बाद गूगल मैप पर सर्च करने पर हमने पाया कि राम मंदिर और अंगूरी बाग के बीच की दूरी 6.2 किलोमीटर दिखा रहा है।
इस वीडियो में पीड़िता आगे बताती है कि दूसरी बार आरोपियों ने उसके साथ किसी गैराज में गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था। आगे पीड़िता ने बताया कि आरोपी युवक उसका वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल और धमकी देकर गैंगरेप करते रहे।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि गैंगरेप की वारदात राम मंदिर परिसर में नहीं हुई है। पीड़िता के साथ आरोपियों ने पहले अंगूरी बाग के एक गेस्ट हाउस, फिर उसके बाद किसी गैराज में गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था। इसलिए राम मंदिर में गैंगरेप किए जाने का दावा गलत है।