सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लड़कियां एक महिला को चप्पलों का हार पहना रही हैं और वहां मौजूद कुछ लोग ताली बजा कर इस कृत्य का समर्थन कर रहे हैं। यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर इसे बांग्लादेश में एक हिंदू अध्यापिका को मुस्लिम छात्राओं द्वारा चप्पलों का हार पहनाये जाने का दावा कर रहे हैं।
@YugalSharmabjp नामक एक यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा, “ रंगपुर स्कूल की प्रधानाध्यापिका के गले में जूतों का हार पहनाया गया. क्योंकि वह हिंदू समुदाय से हैं, शर्म करो, यह नया पूर्वी पाकिस्तान #बांग्लादेश है। #AllEyesOnBangladeshihindus #SaveBangladeshiHindus “
इसके अलावा अन्य यूजर ने भी वीडियो शेयर कर ऐसा ही दावा किया, जिसे यहां, यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेक
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड सर्च किये। हमें News Door नामक यूट्यूब चैनल पर यह वीडियो मिला। वीडियो के डिस्क्रिप्शन में बताया गया है, “वर्तमान और पूर्व छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए रंगपुर कलेक्टोरेट स्कूल और कॉलेज की प्रिंसिपल मंजुआरा परवीन को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया। करीब साढ़े चार घंटे तक ब्लॉक रहने के बाद उन्होंने गुस्से में आकर इस्तीफे पर हस्ताक्षर कर दिए। संस्थान के वर्तमान शिक्षकों-छात्रों ने उन पर कई तरह के आरोप लगाये. बुधवार (21 अगस्त) की सुबह से स्कूल के वर्तमान और पूर्व छात्रों ने प्रिंसिपल मंजुआरा परवीन की विभिन्न अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था।”
इसके अलावा The Daily Nawroj और somoynews ने भी इस पर रिपोर्ट प्रकाशित की है। डेली नवरोज की रिपोर्ट में भी बताया गया है कि अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए, रंगपुर कलेक्टोरेट स्कूल और कॉलेज की प्रिंसिपल मंजुआरा परवीन को वर्तमान और पूर्व छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों द्वारा इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि अध्यापिका हिंदू नहीं है, बल्कि मुस्लिम (मंजुआरा परवीन) हैं। उन पर भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोपों के कारण छात्राओं द्वारा इस्तीफे का दबाव बनाया गया था। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।