सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है। इसमें देखा जा सकता है कि एक थाने से कुछ लोग दर्द से कराहते हुए भाग रहे हैं। यूजर्स इस वीडियो के साथ दावा कर रहे हैं कि मेरठ में भारत बंद के प्रदर्शनकारियों की पुलिस द्वारा पिटाई की गई है।
इस वीडियो को शेयर करते हुए सुनंदा रॉय नामक यूजर ने लिखा, “मेरठ, यूपी में आज के भारत बंद की कुछ झलकियाँ। यूपी पुलिस और @myogiadityanath जी से पंगा न लें।” (हिन्दी अनुवाद)
X Secular नामक यूजर ने लिखा, “भारत बन्द के दौरान मेरठ पुलिस ने भी भीमटो को ट्रक भर भर कर आरक्षण दिया जै बीम जै सरिया”
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो को की-फ्रेम्स में कन्वर्ट किया। फिर इन फ्रेम्स को गूगल लेंस की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया। हमने पाया कि इस वीडियो को एक यूट्यूब यूजर ने 4 अप्रैल 2018 को अपलोड किया है।
वहीं इस वीडियो के संदर्भ में हमें ‘न्यूज-18 हिन्दी’ की 4 अप्रैल 2018 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक ये वीडियो मेरठ के कंकरखेड़ा थाने का। दरअसल दलित संगठनों द्वारा एससी-एसटी एक्ट में हुए बदलाव को लेकर बुलाए गए भारत बंद के दौरान हुई हिंसा हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने बवाल करने वाले लोगों की पिटाई की थी।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो हाल-फिलहाल में बुलाए गए भारत बंद का नहीं है, बल्कि यह वीडियो अप्रैल 2018 में बुलाए गए भारत बंद का है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा भ्रामक है।