सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक लड़की का कुछ लोग अपहरण करने की कोशिश कर रहे है। यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले हर दिन बढ़ रहे हैं, कुछ इस्लामवादियों ने दुलाल पाल पर हमला किया और उनकी बेटी का अपहरण कर लिया। बांग्लादेश की सेना ने उनकी तलाशी ली और बाद में 3 इस्लामवादियों को गिरफ्तार कर लिया।
इसके अलावा अन्य यूजर ने भी वीडियो शेयर कर ऐसा ही दावा किया जिसे यहां क्लिक करके देखा जा सकता है ।
फैक्ट चेक
DFRAC टीम ने वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया हमें kalbela.com की 10 अगस्त को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली जिसमें बताया गया है कि नोआखाली के सेनबाग उपजिला में एक महिला को जबरदस्ती माइक्रोबस में बिठाने की कोशिश की गई। इस घटना को महिला का पति अंजाम दे रहा था। यह घटना गुरुवार 8 अगस्त की है । महिला की चीख सुनकर ग्रामीणों ने महिला को बचाया और महिला के पति प्रसन्नजीत समेत तीन लोगों को पकड़ लिया, बाद में तीनों को सेना को सौंप दिया गया।
इस रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि महिला की शादी करीब चार साल पहले हुई थी, दो साल पहले महिला दहेज की मांग के कारण पति की प्रताड़ना से तंग आकर अपने मायके आ गई थी।
इसके अलावा हमें sonalinews की 10 अगस्त 2024 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें अपहृत की जा रही महिला का नाम सुबर्णा रानी पाल तथा उसके पिता का नाम डॉ. दुलाल चंद्र पाल बताया गया है। सुबर्णा रानी का अपने पति प्रसन्नजोत से तलाक को लेकर झगड़ा चल रहा था।
निष्कर्ष
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया यूजर का दावा भ्रामक है इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। महिला को उसके पूर्व पति प्रसन्नजोत द्वारा अपहरण करने की कोशिश की जा रही थी जो नाकाम रही थी, इस घटना के दोनो पक्ष हिंदू हैं। यह पारिवारिक विवाद की घटना है, घटना का बांग्लादेश के हालिया विरोध-प्रदर्शन और हिंसा से कोई लेना देना नहीं है।