सोशल मीडिया पर एक संवेदनशील वीडियो वायरल है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स का शव जमीन पर पड़ा है और कुछ लोग उसके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं। यूजर्स इस वीडियो के साथ दावा कर रहे हैं कि यह बांग्लादेश में दलितों पर अत्याचार का वीडियो है।
इस वीडियो को शेयर करते हुए योगी देवनाथ नामक यूजर ने लिखा, “दलित अगर मुसलमान से प्रताड़ित हो रहा है तो वो दलित नहीं माना जाएगा. बांग्लादेश में ज्यादातर हिंदू दलित हैं, जिनको कुचला जा रहा है, मारा जा रहा है लेकिन भारत के सेक्यूलर, भारत की लश्कर मीडिया, भारत के अर्बन नक्सली इसे देखकर खुश हो रहे हैं, जश्न मना रहे हैं।”
वहीं इस वीडियो को कई अन्य यूजर्स द्वारा शेयर किया गया है। जिसे यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें वायरल वीडियो से मिलता जुलता वीडियो एक यूट्यूब चैनल के शॉर्ट्स वीडियो में मिला। जिसमें बंगाली भाषा में, “हिरन चेयरमैन की बॉडी” लिखा गया है।
इसके बाद हमारी टीम ने हिरन चेयरमैन के संदर्भ में सर्च किया। हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। जिसमें बताया गया है कि जेनाइदाह सदर उपजिला अवामी लीग के महासचिव और स्थानीय पोराहाटी संघ के अध्यक्ष शाहिदुल इस्लाम हिरन (75) की हत्या कर दी गई। सोमवार शाम गुस्साई भीड़ ने जेनाइदाह शहर के स्टेडियमपारा स्थित उनके घर पर हमला किया और आग लगा दी, तो घर में ही उनकी जलकर मौत हो गई। गुस्साई भीड़ उसके घर में घुस गई और शव को पियारा चत्तर ले गई। उसका जला हुआ शरीर वहीं लटका दिया गया। इससे पहले जब भीड़ ने हिरन के घर को घेर लिया तो शाहिदुल इस्लाम हिरन ने अपनी लाइसेंसी बंदूक और पिस्तौल से फायरिंग कर दी थी, जिसमें कई लोग घायल हो गये थे। घायलों को जनेइदाह सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं हिरन के कार के ड्राइवर अख्तर हुसैन की दोपहर में हत्या कर दी गई थी।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि वायरल वीडियो बांग्लादेश में किसी हिन्दू या दलित शख्स की निर्मम हत्या किए जाने का नहीं है। यह वीडियो अवामी लीग के नेता शाहिदुल इस्लाम हिरन की हत्या का वीडियो है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।