Jayant Singh

फैक्ट चेकः पश्चिम बंगाल में एक शख्स की पिटाई का वीडियो मुस्लिमों से जोड़कर भ्रामक दावा किया गया

Fact Check hi Featured Misleading

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया है। जिसमें देखा जा सकता है कि एक शख्स की कुछ लोगों द्वारा लाठी-डंडों से पिटाई की जा रही है। कई यूजर्स ने इस वीडियो के साथ दावा किया है कि मुस्लिमों ने एक महिला की बेरहमी से पिटाई की है।

इस वीडियो के साथ इम्तियाज महमूद नामक यूजर ने लिखा, “क्या वे उसकी हड्डियाँ तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं? मुसलमानों को औरतों को पीटना बहुत पसंद है।” (हिन्दी अनुवाद)

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वहीं एक अन्य यूजर ने भी इस वीडियो को शेयर किया है।

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फैक्ट चेकः

DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो को की-फ्रेम्स में कन्वर्ट कर रिवर्स इमेज सर्च किया। इस वीडियो के संदर्भ में हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की न्यूज के मुताबिक यह घटना पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले की है। रिपोर्ट में बताया गया है कि बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार द्वारा शेयर किए गए एक नए वीडियो में टीएमसी से जुड़े एक कद्दावर नेता जयंत सिंह और उनके सहयोगी उत्तर 24 परगना जिले के कमरहाटी के एक स्थानीय क्लब में एक व्यक्ति के हाथ-पैर पकड़कर उसे बेरहमी से पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं। जयंत सिंह को एक घटना में शामिल होने पर 4 जुलाई को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के बाद गिरफ्तार किया गया था। जयंत सिंह के अलावा पुलिस ने मामले से जुड़े 9 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है।

Source- Indian Express

वहीं ‘जनसत्ता’ की एक रिपोर्ट में भी मुख्य आरोपी जयंत सिंह को बताया गया है। इस रिपोर्ट में पुलिस अधिकारी का बयान भी प्रकाशित किया गया है, जिसने घटना की जांच की बात कही है और यह भी कहा है कि घटना मार्च 2021 में हुई होगी, जब क्लब के पास एक महिला और पुरुष को चोर होने के शक में कथित तौर पर पकड़ा गया था। पुलिस यह पुष्टि करने की कोशिश कर रही है कि क्या यह वही घटना है।

Source- Jansatta

इसके अलावा ‘अमर उजाला’ की रिपोर्ट में भी इस घटना के आरोपी के तौर पर जयंत सिंह का नाम लिखा गया है।

Source- Amar Ujala

फैक्ट चेकः

DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल की घटना का है और इस घटना का मुख्य आरोपी टीएमसी से जुड़ा जयंत सिंह है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का मुस्लिमों द्वारा एक महिला को पीटे जाने का दावा गलत है।