सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक युवक द्वारा जेसीबी से टोल पर बने बूथ को तोड़ा जा रहा है। वहीं एक अन्य वीडियो में देखा जा सकता है कि यूपी पुलिस की गिरफ्त में वही युवक है और वह अपने पैरों पर ठीक से चल नहीं पा रहा है।
इस वीडियो को शेयर करते हुए सुदर्शन न्यूज के पत्रकार सागर कुमार ने लिखा, “यूपी के हापुड़ में टोल टैक्स मांगने पर गुस्साए ड्राइवर मोहम्मद साजिद अली का आतंक देखने को मिला था। उसके बाद बाबा जी की पुलिस ने उसका क्या किया। आप भी देखिए।”
वहीं इस वीडियो को प्रनेश कुमार रॉय नामक यूजर ने भी शेयर किया है। प्रनेश ने अपने बायो में खुद को मीडिया संस्थान ‘टाइम्स नाउ’ से जुड़ा होना बताया है। प्रनेश ने वीडियो को शेयर कर लिखा, “बुलडोजर चलाने वाले मोहम्मद साजिद अली से टोल मांगा गया तो उसने टोल प्लाजा पर बुलडोजर चला दिया। @Uppolice ने उसे बुलडोजर दिए बिना ही जेल में डाल दिया है।” (हिन्दी अनुवाद)
इसके अलावा कई अन्य यूजर्स ने भी वीडियो को शेयर कर ऐसा ही दावा किया है। जिसे यहां, यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल दावे का फैक्ट चेक करने के लिए हापुड़ पुलिस के एक्स हैंडल @hapurpolice को देखा। यहां हमें घटना के संदर्भ में एक प्रेस नोट मिला। जिसमें आरोपी जेसीबी ड्राइवर का नाम धीरज बताया गया है।
प्रेस नोट के अनुसार 11 जून 2024 को थाना पिलखुवा और थाना गढ़मुक्तेश्वर की टीम ने संयुक्त कार्यवाही कर छिजारसी टोल प्लाजा पर जेसीबी से टोल बूथ में तोड़फोड़ और सड़क दुर्घटना में लोगों को घायल करने वाले जेसीबी चालक को जेसीबी सहित गिरफ्तार किया गया। इस प्रेस नोट में आरोपी का नाम- धीरज पुत्र विद्याराम, निवासी सिखारा, थाना-गुन्नौर, जनपद-बदायूं बताया गया है।
वहीं हमें इस संदर्भ में हमें हापुड़ के पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा का बयान भी मिला, जिसमें उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जेसीबी को सीज किया गया है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि आरोपी का नाम मोहम्मद साजिद अली नहीं, बल्कि धीरज है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा आरोपी को साजिद बताकर इस घटना को धार्मिक एंगल देने की कोशिश की गई। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।