सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी को लेकर एक दावा वायरल है। एक वीडियो शेयर कर कहा जा रहा है कि वाराणसी में ईवीएम में धांधली हुई है। यूजर्स का दावा है कि वाराणसी में कुल 11 लाख वोट डाले गए, जबकि ईवीएम मशीन से काउंटिंग में 12 लाख 87 हजार निकले।
इस वीडियो को शेयर कर एक यूजर ने लिखा, “यह रहा EVM का सबूत…! वाराणसी में 11 लाख लोगों ने वोट डाले, EVM मशीन से निकले 12,87000 वोट?????? यह सब वैसे ही होता है जैसे एक करोड़ 7 लाख वोट, 11 दिनों बाद मशीन में बढ़ा दिए गए है, ये ₹240 सीट है इसी के बदौलत आई है, वरना 100 सीट पर सिमटना तय था??? क्या इंक्वारी कभी होगी?”
वहीं इस वीडियो को शेयर कर एक यूजर ने दावा किया वाराणसी में नरेन्द्र मोदी चुनाव लड़ रहे थे। 11 लाख लोगों ने वोट डाले और EVM से निकले 13 लाख 87 हजार वोट।
इसी दावे के साथ वीडियो को कई अन्य यूजर्स द्वारा भी शेयर किया गया है। जिसे यहां, यहां, यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने जांच में पाया कि वायरल दावा फेक है। वाराणसी लोकसभा सीट पर 12 लाख 87 हजार वोटों की काउंटिंग नहीं हुई है। भारतीय चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, वाराणसी लोकसभा सीट पर ईवीएम से पड़े वोटों की संख्या 11 लाख 27 हजार 81 है, वहीं पोस्टल बैलट से कुल 3062 वोट पड़े हैं, जिसके बाद कुल पड़े वोटों की संख्या 11 लाख 30 हजार 143 हो जाती है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा किया जा रहा दावा फेक है। वाराणसी लोकसभा सीट पर ईवीएम से 12 लाख 87 हजार वोटों की गिनती नहीं हुई है। वाराणसी सीट पर ईवीएम से पड़े वोटों की संख्या 11 लाख 27 हजार 81 है, जिसमें पोस्टल बैलट के 3062 को जोड़ने के बाद कुल पड़े वोटों की संख्या 11 लाख 30 हजार 143 है।