सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक वीडियो वायरल है जिसमें कुछ लोग भारतीय सेना का समर्थन करने की प्रतिज्ञा ले रहे हैं । यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यह पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) का बकरवाल समाज है, जो भारत और भारतीय सेना के समर्थन की कसम खा रहा है।
Mahaveer_VJ नामक यूजर ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा ,”पाक अधिकृत कश्मीर (POK) (बकरवाल) आज हिन्दुस्तान और हमारी सेना का साथ देने की कसम खाता है। 70 सालों तक ऐसा संभव नहीं था और अब यह सहजता से हो रहा है। जय हिंद” (हिन्दी अनुवाद)
वहीं अन्य यूजर ने भी इसी तरह के दावों के साथ वीडियो को शेयर किया है । जिसे यहां क्लिक करके देखा जा सकता है ।
फैक्ट चेक
DFRAC टीम ने वायरल वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में कन्वर्ट कर रिवर्स इमेज सर्च किया, हमें यही वीडियो The Gujjars of Uri J&K नाम के फेसबुक पेज पर 19 अगस्त 2023 को अपलोड मिला। वीडियो के कैप्शन में लिखा था , “उरी बारामुला में एसटी बचाओ आंदोलन के दौरान उरी के गुज्जर बकरवाल लोगों ने अपनी भारतीय सेना का समर्थन करने और संविधान, लोकतंत्र और देश की एकता को बचाने की शपथ ली। #NarendraModi #AmitShah #india #indianarmy”
इसके अलावा इस वीडियो को एक और फेसबुक पेज चौधरी नवाब ऑफिशियल पर भी 21 अगस्त 2023 को अपलोड किया गया है। जिसके कैप्शन में लिखा है ,”कश्मीर के आदिवासियों द्वारा शपथ समारोह! हमारे नेता रफीक बलोट बीडीसी उरी। उच्च जातियों को एसटी का दर्जा नहीं”
दरअसल केन्द्र के बिल ‘कॉन्सटीट्यूशन (जम्मू कश्मीर) शेड्यूल ट्राइब्स ऑर्डर अमेन्डमेंट बिल 2023’ के खिलाफ उरी के गुज्जर बकरवाल कम्यूनिटीज ने प्रोटेस्ट किया था। यह वीडियो उसी प्रोटेस्ट का है, इस बिल से अपर कास्ट पहाड़ी कम्यूनिटी को एसटी का दर्जा दिया जाना था तथा यह बिल लोकसभा में 26 जुलाई 2023 को पास हुआ था।
निष्कर्ष
DFRAC के फेक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो पीओके का नहीं है, बल्कि अपर कास्ट पहाड़ी जातियों को एसटी स्टेटस दिये जाने के खिलाफ भारत के उरी में गुज्जर बकरवाल समुदाय के द्वारा किये गये विरोध प्रदर्शन का है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा भ्रामक है।