सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक दावा किया जा रहा है कि राजस्थान के झुंझनु के जवान नंदू सिंह शेखावत को इसलिए शहीद का दर्जा नहीं दिया गया, क्योंकि वो अग्निवीर थे।
एक यूजर ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा “शहीद के पार्थिव शरीर को एम्बुलेंस में घर भेज दिया,किसी प्रकार का सम्मान नहीं क्योंकि अग्निवीर थे। सूरजगढ़ झुंझुनूं से हमारा एक ओर भाई नंदू सिंह शेखावत कल देश के लिए शहीद हो गया। मार्च 2023 में भर्ती हुए नंदू अग्निवीर थे, जिन्हें पूर्ण सैनिक की तरह शहीद होने का गौरव नहीं मिलेगा ना परिजनों को सुख सुविधाएं मिलेगी। झुंझुनूं में आज अग्निवीर नंदू सिंह को शहीद का दर्जा देने के लिये बड़ा आंदोलन भी जोर पकड़ रहा है। अग्निवीर योजना वापस सरकार को लेनी ही होगी।”
फैक्ट चेक
DFRAC टीम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए गूगल पर कुछ कीवर्ड सर्च किये, हमें वायरल दावे से संबंधित कई मीडिया रिपोर्ट मिली, जिसमें टाइम्स ऑफ इंडिया और पत्रिका न्यूज की रिपोर्ट शामिल हैं।
पत्रिका न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के झुंझुनूं निवासी आर्मी जवान नंदू सिंह शेखावत की लेह लद्दाख में ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। महज़ 24 वर्षीय नंदू सिंह लेह लद्दाख में आर्मी के गोला बारूद डीपो ( एफएडी 41) में ट्रेड मैन मेट के पद पर कार्यरत थे।
तो वहीं टाईम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, नंदू सिंह शेखावत सेना के गोला-बारूद डिपो में तैनात थे और उनका पद डिफेंस सिविलियन श्रेणी में आता था।
निष्कर्ष
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि शहीद नंदू सिंह शेखावत सेना के गोला-बारूद डिपो में तैनात थे , इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का ये दावा कि वे अग्निवीर थे , भ्रामक है।