पाकिस्तान की स्पोर्ट्स प्रजेंटर ज़ैनब अब्बास अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की डिजिटल टीम का हिस्सा थीं। उन्हें भारत में आयोजित हुए क्रिकेट विश्व कप-2023 के दौरान चेन्नई, बेंगलुरु और अहमदाबाद में पाकिस्तान के तीन विश्व कप मैचों को कवर करने का काम सौंपा गया था। लेकिन दो मैचों के बाद वह वापस चली गईं। उनके वापस लौटने के बाद, पाकिस्तानी सोशल मीडिया यूजर्स ने फेक और भ्रामक न्यूज फैलाना शुरू कर दिया।
सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी यूजर्स ने शेयर किया कि उन्हें आईसीसी विश्व कप 2023 के कवरेज के दौरान भारत से निर्वासित किया गया था।
Source-X
Source-X
फैक्ट चेक
हमने वायरल दावे की पड़ताल की। हमारी टीम ने सबसे पहले जैनब अब्बास का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट चेक किया। हमने पाया कि जैनब ने भारत से वापस लौटने के संदर्भ में एक बयान जारी किया है। इस बयान में उन्होंने अपनी वापसी का कारण स्पष्ट किया है। उन्होंने लिखा, “मेरे प्रवास के दौरान सभी के साथ मेरी दैनिक बातचीत प्रसन्नचित्त और अपनेपन की भावना के साथ थी – जैसा कि मैंने उम्मीद की थी। मुझे न तो जाने के लिए कहा गया और न ही मुझे निर्वासित किया गया।”
Source- X
वहीं हमने कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की भी जाँच की। हिंदुस्तान टाइम्स और टाइम्स ऑफ इंडिया ने भी एक लेख प्रकाशित किया है, जिसमें उन्होंने उल्लेख किया, “ज़ैनब को निर्वासित नहीं किया गया है, वह निजी कारणों से गई हैं, आईसीसी के एक प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया।”
Hindustan Times और Times Of India
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से यह साफ है कि वायरल दावा भ्रामक है। जैनब अब्बास को निर्वासित नहीं किया गया बल्कि वह निजी कारणों से भारत से वापस गई थीं।