उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए कई दिनों से रेस्क्यू टीमें प्रयासरत हैं। इस बीच सोशल मीडियो पर एक फोटो जमकर शेयर किया जा रहा है। इस फोटो को टनल में फंसे मजदूर का बताते हुए सवाल किया जा रहा है कि आखिर कब तक मजदूर बाहर आएंगे?
इस फोटो को प्रभात पांडेय (@thepkpandey) ने शेयर करते हुए लिखा- “चांद पर पहुंचने का क्या फायदा? अगर हम इतने दिन से टनल में फंसे मजदूरों तक ना पहुंच सकें।”
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वहीं इस फोटो को सुरभि (@SurrbhiM) सहित कई अन्य यूजर्स ने भी पोस्ट किया है।
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फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल फोटो की जांच के लिए रिवर्स सर्च किया। हमें यह फोटो ‘Our Village Islampur’ नामक फेसबुक यूजर की टाइमलाइन पर मिली, जिसे 25 सितंबर 2020 को पश्तून भाषा में लिखे कैप्शन के साथ अपलोड किया गया था।
Source- Our Village Islampur
वहीं इस फोटो को समय-समय पर कई यूजर्स द्वारा पोस्ट किया जाता रहा है। इस फोटो को SHO निसार अहमद द्वारा 21 फरवरी 2022 को फेसबुक पर पोस्ट किया गया था। जिसका हिन्दी अनुवाद है- “ऐ अल्लाह तेरे ख़ज़ाने में कोई कमी नहीं, इन गरीबों, लाचारों और लाचार लोगों पर रहम कर आमीन”
Source- Nisar Ahmed
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि वायरल फोटो उत्तराखंड के उत्तरकाशी के टनल में फंसे मजदूर का नहीं है। इस फोटो को इससे पहले साल 2020 और 2022 में फेसबुक पर कई यूजर्स द्वारा पोस्ट किया गया था। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा भ्रामक है।