सोशल मिडिया प्लेटफ़ॅार्म पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की एक रैली का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में जनता मोदी-मोदी के नारे लगाती हुई सुनाई दे रही है.
29 सेकेंड्स के इस वीडियो को Kunal Patel नाम के एक यूज़र ने ट्विटर (X) पर पोस्ट कर कैप्शन में लिखा है- “नेता जी बोल रहें हैं दो नारों के अलावा तीसरा नारा कोई नहीं लगाएगा पर #राजस्थान की जनता मानती ही नहीं.”
वीडियो की शुरुआत मोदी-मोदी के नारे से होती है, फिर मंच पर माइक से एक व्यक्ति रैली में मौजूद जनता से बोल रहा है- “कोई किसी के नारे नहीं लगाएंगे, दो नारे मैंने बताए हैं- राजीव गांधी अमर रहें, अशोक गहलोत ज़िंदाबाद. तीसरा कोई किसी का नारा नहीं लगाएगा.”
सर्वेश कुमार नाम के एक अन्य यूज़र ने इस वीडियो को ट्विटर (X) पर साझा किया और लिखा: “गहलोत- केवल दो नारे लगेंगे, राजीव गांधी जिंदाबाद और अशोक गहलोत जिंदाबाद। लेकिन जनता मोदी-मोदी चिल्ला रही है।”
फ़ैक्ट चेक:
DFRAC की टीम ने इस वीडियो की जांच की है. वीडियो में दो हिस्से हैं, पहले हिस्से में अशोक गहलोत जनता की तरफ़ हाथ लहराते हुए संबोधित कर रहे हैं और उसी दौरान जनता द्वारा मोदी-मोदी चिल्लाया जा रहा है. दूसरे हिस्से में एक व्यक्ति मंच पर माइक से वहां मौजूद जनता से बोल रहा है- “कोई किसी के नारे नहीं लगाएंगे, दो नारे मैंने बताए हैं- राजीव गांधी अमर रहें, अशोक गहलोत ज़िंदाबाद. तीसरा कोई किसी का नारा नहीं लगाएगा.”
न्यूज़ वेबसाइट, हिंदुस्तान टाइम्स, की रिपोर्ट के मुताबिक़ वीडियो क्लिप में दूसरा हिस्सा 13 सितंबर, 2022 “राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक गेम्स” का है. राजस्थान के मुंख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने सलाहकार, बाबूलाल नागर और अन्य मंत्रियों के साथ राजस्थान के दूदू जिला गए थे. जहां ग्रामीण ओलंपिक खेलों के दौरान अशोक गहलोत के आने से पहले उनके सलाहकार बाबूलाल नागर ने कांग्रेस समर्थक जनता से कहा था कि वे सिर्फ़ राजीव गांधी और अशोक गहलोत के समर्थन में नारे लगाएंगे- राजीव गांधी अमर रहें और अशोक गहलोत ज़िदाबाद.
एक अन्य वेबसाइट “News18 Hindi” में 14 सितंबर, 2022 को छपी रिपोर्ट के अनुसार बाबूलाल नागर ने जनता से कहा- “आपको केवल ताली बजानी है बस. नारे केवल दो ही लगेंगे. अपने बगल में कोई भी न्यूसेंस करे तो तत्काल इशारा करो. पड़ोसी गलती कर दें, न्यूसेंस कर दे तो कई बार जो गलती नहीं करता वो भी लपेटे में आ जाता है. इसलिए इस बात का ध्यान रखें. किसी ने अगर तीसरा नारा लगाया तो पुलिस वाले उठाकर ले जाकर बंद कर देंगे.”
निष्कर्ष:
DFRAC के फ़ैक्ट चेक से यह साफ़ होता है कि वायरल वीडियो में दो अलग-अलग क्लिप है, जिसे जोड़कर बनाया गया है. इसलिए सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा भ्रामक है.