दक्षिण भारत में नेल्लोर एक जगह है। यहां एक मुस्लिम लड़का जैन समाज की लड़की को फुसलाकर भगा ले गया। सुबह जब यह वाकया लोगों को पता चला, तो जैन समाज की बैठक बुलाई गई और इस बैठक में कई कड़े फैसले लिए गए। इलाके में स्थित 550 जैन समाज के दुकानों और फैक्ट्रियों में काम करने वाले मुस्लिमों को तत्काल प्रभाव से नौकरी से निकाला गया। इस घटना के बाद 1800 मुस्लिमों की नौकरियों पर संकट मंडराने लगा। जिसके बाद उन मुस्लिमों ने खुद ही उस लड़की को 9 घंटे के अंदर ढूंढ निकाला और उसे सही सलामत घर छोड़ आए। मुस्लिम समाज के लोगों ने युवाओं को आगाह भी किया कि कभी भी हिन्दू और जैन समाज की लड़कियों की तरफ ना देखें।
ये जो कहानी आप पढ़ रहे हैं, इस कहानी को सोशल मीडिया पर लोग जमकर शेयर कर रहे हैं। इस कहानी के साथ दो तस्वीरें भी शेयर की जा रही हैं। जिसमें देखा जा सकता है कि शादी के ड्रेस में एक जोड़ा है। इस तस्वीर के साथ भगवा क्रांति (@bhagwakrantee) नामक यूजर ने पोस्ट शेयर किया है। इस पोस्ट को 6700 से अधिक लाइक्स, 2650 रिट्वीट किए गए हैं।
इसके अलावा कई अन्य यूजर्स भी इस दावे के साथ पोस्ट शेयर कर रहे हैं।
फैक्ट चेकः
वायरल दावे के फैक्ट चेक करने के लिए DFRAC की टीम ने फोटो को रिवर्स सर्च किया। हमें वायरल फोटो के संदर्भ में एक “माई वेडिंग प्लानिंग” की वेबसाइट पर एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अंकिता और फैज़ कॉलेज के समय के प्रेमी-प्रेमिका रहे हैं। उन्होंने गोवा के वर्का ले पाम्स रिज़ॉर्ट में इस्लामिक रीति रिवाज से निकाह और हिंदू रीति-रिवाज से विवाह के साथ-साथ 4 अलग-अलग तरीकों से शादी की थी। इस शादी में उनके 60 करीबी दोस्त ही शामिल हुए थे।
इसके बाद हमने अंकिता और फैज के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए गूगल पर सर्च किया। हमें दैनिक भास्कर की 6 साल पहले प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया है अंकिता और फैज ने 17 फरवरी 2015 को शादी की थी। रिपोर्ट के अनुसार- “मध्य प्रदेश के इंदौर की रहने वाली अंकिता अग्रवाल और उत्तर प्रदेश के लखनऊ के फैज रहमान दोनों IIM इंदौर के स्टूडेंट थे। दोनों के बीच प्यार हुआ और फिर इन्होंने शादी का डिसिजन लिया। जब ये बात दोनों ने अपने-अपने घर में बताई तो कोई तैयार नहीं हुआ। फिर इन्होंने तरीका निकाला और चार तरीकों (मंदिर में, कोर्ट मैरिज, निकाह और मंडप में) से शादी कर ली। दोनों अपनी मैरिड लाइफ से खुश हैं।”
फोटो का फैक्ट चेक करने के बाद हमारी टीम ने नेल्लोर में मुस्लिम युवक द्वारा जैन समाज की लड़की को भगाकर ले जाने के संदर्भ में कुछ सर्च किया। हमें नेल्लोर पुलिस द्वारा 28 दिसंबर 2019 को जारी किया गया एक प्रेस नोट मिला। जिसमें इस घटना को फेक बताया गया है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल हो दावा गलत है। नेल्लोर में मुस्लिम समाज के युवक द्वारा जैन समाज की लड़की को भगाकर ले जाने का दावा फेक है। वहीं जिस फोटो को शेयर किया जा रहा है वह अंकिता अग्रवाल और फैज रहमान की शादी का है। फैज रहमान और अंकिता अग्रवाल अपने फेसबुक प्रोफाइल पर एक दूसरे के साथ वाली फोटो और रील्स शेयर करते रहते हैं। DFRAC व्यक्ति के निजता का सम्मान करता है, इसलिए हम फैज रहमान और अंकिता अग्रवाल के फेसबुक प्रोफाइल का लिंक शेयर नहीं कर रहे हैं।