फ़ैक्ट-चेक: बांग्लादेश के मदरसे में नाबालिग की पिटाई का वीडियो यूपी का बताकर वायरल

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यूपी की एक शिक्षिका द्वारा हिन्दू छात्रों से एक मुस्लिम बच्चे को थप्पड़ मरवाने का वीडियो वायरल होने के बाद, बांग्लादेश का एक वीडियो उत्तर प्रदेश का बताकर सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि मदरसे के अंदर एक नाबालिग को बेरहमी से पीटा जा रहा है।

एक मुस्लिम लड़के को उसके क्लास टीचर के निर्देश पर उसके सहपाठियों द्वारा थप्पड़ मारने का वीडियो वायरल होने के बाद, मामला इन दिनों सुर्खियों में है। वहीं, शिक्षिका, यह कहते हुए अपने कृत्य का बचाव करते हुए पाई गई  कि- मैं विकलांग हूं इसलिए मैंने कुछ छात्रों से उसे थप्पड़ मारने को कहा ताकि वह अपना होमवर्क करना शुरू कर दे। उसके चाचा ही थे, जिन्होंने मुझसे ऐसा करने के लिए कहा था।

श्वेता श्रीवास्तव, जो खुद को एक सामाजिक कार्यकर्ता बताती हैं, ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट किया और लिखा-“हेलो, राहुल गांधी! क्या यह मुस्लिम बच्चा मदरसा में शिक्षा के लायक है? मोहब्बत की दुकान कृपया मौलाना को कुछ पैग़ाम दें।”

Source: Twitter

इस वीडियो को कोट री-ट्वीट करते हुए अभिषेक कुमार कुशवाह नामक यूज़र ने लिखा,“वो पूछना ये था,”तृप्ता त्यागी” ने गलत किया पर मौलवी पीटेगा तो चलेगा ना ! #ISupportTriptaTyagi

Source: Twitter

इनके अलावा, कई अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स भी, इसी तरह के दावे करते हुए वीडियो शेयर कर रहे हैं।

 फ़ैक्ट-चेक :

वायरल वीडियो की हकीकत जानने के लिए DFRAC टीम ने इसे कुछ की-फ्रेम में कन्वर्ट कर रिवर्स सर्च किया। इस दौरान टीम को कुछ मीडिया रिपोर्ट मिलीं।

10 मार्च, 2021 को ढाका ट्रिब्यून द्वारा पब्लिश न्यूज़ के अनुसार- सोशल मीडिया पर आठ वर्षीय आवासीय छात्र को पीटने का एक वीडियो वायरल होने के बाद मदरसा अल-मरकज़-उल-कु़रान इस्लामिक एकेडमी के शिक्षक मोहम्मद याह्या को को चटगांव के हथज़ारी इलाके से बुधवार को गिरफ्तार किया गया।

Source: Dhaka Tribune

इसके अलावा, बांग्लादेश की न्यूज़ वेबसाइट, द बिजनेस स्टैंडर्ड ने भी इस न्यूज़ को पब्लिश की थी, जिसमें बताया गया था-चटगांव के हथज़ारी स्तिथ मदरसे में एक छोटी सी बात पर आठ वर्षीय छात्र की बेरहमी से पिटाई करने का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। मौलाना याह्या नामक शिक्षक को बुधवार शाम रंगुनिया के सराफवता स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया।

Source: The Business Standard

उपरोक्त न्यज़ के अनुसार, घटना दो साल पहले हुई थी।

निष्कर्ष:

DFRAC के इस फै़क्ट-चेक से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो यूपी का नहीं, बल्कि बांग्लादेश के चटग्राम का है, इसलिए सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा ग़लत है।