सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि पंछियों का एक खूबसूरत झुंड मंदिर के चारों ओर उड़ रहा है। यह नज़ारा बेहद हसीन है। यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि प्रदोष के दिन महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन की परिक्रमा पक्षियों द्वारा की जाती है।
हर्षल पटेल नामक यूज़र ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट कर लिखा, “क्या आप जानते हैं ? जिस दिन प्रदोष होता है, उस दिन महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन के मन्दिर की परिक्रमा पक्षियों द्वारा की जाती है ? देखिए अद्भुत अलौकिक अविश्वसनीय परिक्रमा”
वहीं अन्य सेशल मीडिया यूज़र भी इसी दावे के साथ वीडियो शेयर कर रहे हैं।
फ़ैक्ट-चेक
क्या है प्रदोष? हिंदू कैलेंडर में प्रत्येक पखवाड़े के तेरहवें दिन एक द्विमासिक अवसर है। इसका हिंदू भगवान शिव की पूजा से गहरा संबंध है। इस अवधि के दौरान किये जाने वाले व्रत को “प्रदोष व्रत” कहा जाता है।
वायरल वीडियो की हकीकत जानने के लिए DFRAC टीम ने गूगल पर कुछ की-वर्ड सर्च किया। इस दौरान टीम को कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं।
वेबसाइट news18 के अनुसार- उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के आसपास पक्षियों का झुंड में उड़ना एक नियमित घटना है। ऐसा हर साल सिर्फ महा शिवरात्रि (या प्रदोष) के दिन ही नहीं होता है।
न्यूज़ 18 की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि- मुंबई के नैचुरल हिस्ट्री सोसायटी पक्षी विशेषज्ञ डॉ.राजू कसम्बे को ये वीडियो दिखाया गया तो उन्होंने इसे चिड़ियों की भक्ति मानने से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो में रोज़ी स्टारलिंग चिड़िया है और ये जो कर रही हैं, उसे मरमरेशन कहते हैं। ये ऐसा कैसे करती हैं, इसका जवाब तो पक्षी वैज्ञानिकों के पास भी नहीं। वो भी रोज़ी स्टारलिंग की मरमरेशन पर रिसर्च कर रहे हैं।
रोज़ी स्टारलिंग एक प्रवासी पक्षी है जो यूरोप में बर्फबारी के दौर भारत आते हैं और ऐसी जगह तलाशते हैं जहां हरियाली हो और उनके लिए कोई खतरा नहीं हो। महाकालेश्वर मन्दिर परिसर में कई साल पुराने हरे-भरे पेड़ हैं, इसलिये वहां पक्षी ज़्यादा हैं।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस फ़ैक्ट-चेक से स्पष्ट है कि हर दिन पंछियों का खूबसूरत झुंड, उड़ते हुए उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर का चक्कर लगाता है, बल्कि वहां यह हर दिन देखने को मिलता है, इसलिए सोशल मीडिया यूज़र्स का सिर्फ प्रदोष के दिन ही पंछियों के द्वारा चक्कर लगाने का दावा भ्रामक है।