सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो बड़ा वायरल हो रहा है। जिसमे बीच सड़क पर एक लड़की के हाथों एक युवक की पीटते हुए देखा जा सकता है। युवक सड़क पर लेटा हुआ है और अपना चेहरा छिपा रहा है। आसपास लोगों की भीड़ उसे घेर के खड़ी हुई है।
Source: Twitter
इस वीडियो को शेयर कर गांव के छोरे नामक ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि हम एक जैसे नहीं हैं 😠😡 हम वही देते हैं जिसके आप हकदार हैं 😂👇🤣🤣 गुजरात में एक युवा हिंदू लड़की के साथ छेड़छाड़ करने के बाद बेशर्म अब्दुल को सबक मिल गया #Sharmila #ModiInAmerica #digitalbreak #GOAT𓃵 श्री राम #Prigozhin #आदिपुरुष_कबीर #KanganaRanaut
Source: Twitter
वहीं मंजीत यादव ने भी इस वीडियो को शेयर किया और लिखा कि मामला अहमदाबाद का,जहां जिहादी स्कूल से आती हुई हिंदू लड़की का पीछा कर रहा था और उसे छेड़ रहा था उसी परिणाम स्वरूप लड़की ने इसकी जमकर पिटाई की,और पास खड़ी हुई भीड़ नपुंसक बनके देखती रही केवल एक महिला को छोड़कर, जबतक ढंग से तोड़ोगे नहीं तब तक अब्दुल सुधरेगा नहीं #hindujanjagarti
फैक्ट चेक:
वायरल वीडियो के साथ किए गए दावे की जांच के लिए DFRAC ने वीडियो को कीफ्रेम में बदला। कीफ्रेम को रिवर्स सर्च करने पर हमें टाईम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट मिली। जिसमे वीडियो के स्क्रीनग्रैब को फीचर इमेज के रूप में लगाया गया।
रिपोर्ट में पीड़िता की मां के हवाले से बताया गया कि “जब मेरी छोटी बेटी गुरुवार सुबह 6.45 बजे अपनी साइकिल से स्कूल जा रही थी, तो विजय सरकटे ने जबरन उसका हाथ पकड़ लिया और उसे उपहार देने की कोशिश की। जब उसने इसे लेने से इनकार कर दिया, तो उसने उपहार उसके बैग में रख दिया और उसे जबरन चूमा और छेड़छाड़ की। मेरी बेटी घर लौट आई और बहुत रोई।” उसकी माँ ने कहा, उसने ही अपनी बेटियों से उसे सबक सिखाने के लिए कहा था।
शुक्रवार सुबह सरकटे फिर आया और छोटी बच्ची का रास्ता रोककर उसका हाथ पकड़ लिया। इस बार, उसकी बड़ी बेटी जो पास में इंतजार कर रही थी, दौड़कर आई और उन दोनों ने सरकटे को पीटना शुरू कर दिया। अन्य स्कूली छात्र और कुछ राहगीर दोनों लड़कियों में शामिल हो गए और सरकटे की पिटाई कर दी। लड़कियों के माता-पिता ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को फोन किया और सरकटे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
कागदापीठ के प्रभारी पुलिस निरीक्षक जी जे रावत ने कहा कि उन्होंने सरकटे पर भारतीय दंड संहिता के तहत छेड़छाड़ और पीछा करने के आरोप के साथ-साथ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। रावत ने कहा कि सरकटे 19 साल का है और बेरोजगार है। वह किसी संस्थान का छात्र भी नहीं है।
निष्कर्ष:
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो भ्रामक है। क्योंकि आरोपी युवक मुस्लिम नहीं बल्कि हिन्दू ही है।