जंतर मंतर पर रविवार को जबरदस्त हंगामा हुआ। दिल्ली पुलिस ने विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और संगीता सहित कई पहलवानों को हिरासत में ले लिया। दरअसल पहलवानों की तरफ से नई संसद के उद्घाटन के मौके पर महिला महापंचायत बुलाई गई थी। जिसके बाद जैसे ही पहलवान मार्च निकाल रहे थे, दिल्ली पुलिस मे सख्ती दिखाई और उन्हें हिरासत में ले लिया। दिल्ली पुलिस के इस कार्रवाई की चौरतफा निंदा हो रही है।
वहीं सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है। इस फोटो में देखा जा सकता है कि एक पुलिसकर्मी की बूट से किसी शख्स का चेहरा कुचला गया है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि रविवार को पुलिस द्वारा पहलवानों पर हिरासत लेने के दौरान साक्षी मलिक के साथ पुलिस ने ऐसा व्यवहार किया था।
इस फोटो को शेयर करते हुए अशोक बुद्ध नामक एक यूजर ने लिखा- “देश के लिए महिला रेसलिंग में पहला ओलंपिक मेडल दिलाने वाली @SakshiMalik है ये! ऐसी तस्वीर तो तालीबान में भी देखने को नहीं मिली।। देश का जमींर जिंदा है या मर गया या फिर बिक गया #पहलवान_देश_की_शान”
वहीं कई अन्य यूजर्स भी इस फोटो को शेयर कर रहे हैं।
फैक्ट चेकः
वायरल फोटो का फैक्ट चेक करने के लिए DFRAC की टीम ने फोटो को रिवर्स सर्च किया। हमें इस फोटो को संदर्भ में कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिसमें यह बताया गया है कि यह फोटो साल 2021 में किसानों के प्रदर्शन के दौरान सिंघू बॉर्डर का है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की 1 फरवरी 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट्स में बताया गया है कि सिंघू बॉर्डर पर किसानों के विरोध प्रदर्शन पर पुलिस जवान के बूट से कुचले गए 22 वर्षीय रणजीत सिंह की तस्वीर भीड़ के हमले का चेहरा बन गई। भारी सुरक्षा के बावजूद जब भीड़ किसानों के शिविर में पहुंची और शिविर पर हमला किया तो कुछ किसान प्रदर्शनकारी उनसे भिड़ गए।
वहीं ‘इंडियन एक्सप्रेस’ ने भी इस फोटो को रंजीत सिंह का बताते हुए न्यूज प्रकाशित किया है।
न्यूजलॉन्ड्री की 25 फरवरी 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट में भी इस फोटो को देखा जा सकता है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा फोटो 2 साल पुराना है और यह फोटो साक्षी मलिक का नहीं है। यह फोटो जनवरी 2021 में किसान प्रदर्शन के दौरान सिंघू बॉर्डर पर किसानों पर भीड़ द्वारा किए गए हमले के दौरान किसान रंजीत सिंह का है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा भ्रामक है।