सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि हिन्दू धर्म के भगवान गणेश की मूर्ति को खंडित किया गया है। सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि आंध्र प्रदेश के गुंटूर में मुस्लिमों द्वारा 500 साल पुरानी भगवान गणेश की प्रतिमा को तोड़ा गया है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो के साथ हिंसक और आपत्तिजनक कमेंट कर रहे हैं।
मनोज श्रीवास्तव नाम के यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- “एक और दिन-एक और कहानी। आंध्र प्रदेश के फिरंगीपुरम, गुंटूर में मुसलमानो द्वारा तोड़ी गई। 500 साल से अधिक पुरानी भगवान गणेश की मूर्ति। अब समय आ गया है मुसलमानो को जनता के सामने जिंदा जलाने का तब तक ये घटनाएं नहीं रुकेंगी। देशद्रोहि विपक्षी पार्टियां रोजा इफ्तार कर रही है।”
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वहीं इस वीडियो को कई अन्य यूजर्स द्वारा भी शेयर किया जा रहा है।
फैक्ट चेकः
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दावे की DFRAC की टीम ने पड़ताल की। हमें इस संदर्भ में ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की एक रिपोर्ट मिली। जिसमें बताया गया है कि गुंटूर के फ़िरंगीपुरम में कुछ अज्ञात बदमाशों ने छिपे हुए खजाने की तलाश में एक पहाड़ी पर स्थित प्राचीन गणेश की मूर्ति को तोड़ दिया। पुलिस के अनुसार, स्थानीय इलाके के कुछ बदमाश इस झूठे विश्वास के साथ मंदिर परिसर की खुदाई कर रहे थे कि प्राचीन गणेश मंदिर में खजाना छिपा हुआ है। सोमवार की रात को, बदमाशों ने खजाना खोजने के प्रयास में, लगभग 100 साल पुरानी प्राचीन गणेश मूर्ति को तोड़ दिया। पुलिस ने यह भी कहा कि घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है और आरोपी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
वहीं कई अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में भी पुलिस द्वारा बताया गया है कि इस घटना में कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं है।
निष्कर्षः
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स से स्पष्ट है कि गणेश प्रतिमा को खंडित किए जाने की पुलिस जांच कर रही है। पुलिस के बयान के मुताबिक इस घटना में कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं है। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि खजाने की खोज में कुछ अपराधियों ने गणेश प्रतिमा को तोड़ा है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा गलत है।