सोशल मीडिया पर एक न्यूज़ का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। ये न्यूज़ एक मर्डर केस के बारे में है कि साजिद और उसके भाइयों ने जूही की हत्या कर शव के सात टुकड़े किए। फिर बैग व कार्टन में पैक कर सरिता विहार इलाके में सुनसान जगह पर फेंक दिया।
नितिन शुक्ला नामक एक वेरीफ़ाइड ट्विटर यूज़र ने दो स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए कैप्शन दिया,“घरवालों के खिलाफ जा कर की थी शादी, रमजान के पवित्र महीने ये सब क्या देखने को मिल रहा है”
नितिन शुक्ला के ट्विटर बायो के अनुसार, वो स्पीकर लाइफकोच एनालिस्ट जर्नलिस्ट हैं।
अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी इसी तरह पोस्ट किया है।
फ़ैक्ट चेक
वायरल न्यूज़ स्क्रीनशॉट के कैप्शन “ रमजान के पवित्र महीने ये सब क्या देखने को मिल रहा है” का फ़ैक्ट-चेक करने के लिए DFRAC टीम ने इस संदर्भ में गूगल पर कुछ की-वर्ड की मदद से सर्च किया। हमें, अमर उजाला की वेबसाइट amarujala.com पर 27 जून 2018 को पब्लिश न्यूज़ मिली, जिसे शीर्षक, “इंजीनियर ने पत्नी के टुकड़े करने से पहले शरीर से ऐसे निकाल दिया था ब्लड, देखकर रोती रहीं बेटियां” दिया गया है।
वहीं इस हत्याकांड को आज तक द्वारा भी कवर किया गया है।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस फ़ैक्ट चेक से स्पष्ट है कि ये घटना हाल-फ़िलहाल की नहीं है, बल्कि पांच साल पुरानी है। यह घटना पवित्र रमज़ान में नहीं घटित हुई थी क्योंकि 2018 में रमज़ान का महीना मई-जून में सम्पन्न हुआ था। इसलिए सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा ग़लत है।