सोशल मीडिया और नेशनल मीडिया में मेरठ में सांप्रदायिक तनाव को लेकर एक बड़ी खबर वायरल हो रही है। जिसमे दावा किया जा रहा है कि मेरठ के ब्रम्हपुरी के क्षेत्र में होलिका दहन की तैयारी में जुटे हिंदुओं पर मुसलमानों के द्वारा पत्थरबाजी की गई।
दक्षिणपंथी हिन्दी साप्ताहित समाचार पत्र पाञ्चजन्य ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से इस बारे में ट्वीट कर कहा कि “मेरठ में होलिका दहन की तैयारी कर रहे हिंदुओं पर कट्टरपंथी मुसलमानों ने की पत्थरबाजी। मामला मेरठ के ब्रम्हपुरी का, पुलिस मौके पर तैनात”।
Source: Dainik Jagran
वहीं दैनिक जागरण ने भी अपनी रिपोर्ट में कुछ ऐसा ही दावा किया है। जागरण ने अपनी रिपोर्ट में लिखा – “मेरठ के ब्रह्मपुरी क्षेत्र में रविवार रात होली के चंदे को लेकर सांप्रदायिक बवाल हो गया। मुस्लिम युवकों ने चंदा ले रहे युवकों पर हमला कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए और मारपीट शुरू हो गई। पथराव से अफरा-तफरी मच गई। वाहनों के शीशे के साथ ही घरों के भी शीशे टूट गए। करीब दो घंटे तक बवाल चलता रहा। मौके पर पहुंची कई थानों की पुलिस ने लाठियां फटकारकर लोगों को तितर-बितर किया। आरोप है कि होलिका को भी नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया”।
Source: News Nation
इसके अलावा न्यूज़ नेशन ने भी आईएएनएस के हवाले से रिपोर्ट प्रकाशित की कि – “मेरठ के हरिनगर इलाके के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के इलाके में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। खबरों के मुताबिक, परेशानी तब शुरू हुई जब दो लोग होली मनाने के लिए चंदा इकट्ठा कर रहे थे। इस दौरान की गई अपमानजनक टिप्पणी को लेकर उन्होंने दूसरे समुदाय के कुछ लोगों के साथ हाथापाई की। घटनास्थल पर क्षतिग्रस्त वाहन, टूटी हुई खिड़की के शीशे और घबराए हुए स्थानीय लोग इधर-उधर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं। घायलों में हिंदू समुदाय के दो व्यक्ति शामिल हैं, जिन्होंने इलाके के कई मुस्लिमों पर हमला करने और उनके होली समारोह को बर्बाद करने की धमकी देने का आरोप लगाया”।
Source: Navbharat Times
वहीं नवभारत टाईम्स ने भी अपनी रिपोर्ट में इस घटना को हिन्दू-मुस्लिम का रंग देते हुए लिखा – “उत्तर प्रदेश के मेरठ में रविवार देर रात होली के चंदे और होलिका दहन को लेकर बवाल हो गया। गंभीरता को समझते हुए लखनऊ में बैठे आला अधिकारियों ने तुरंत संज्ञान लेते हुए कार्रवाई का आदेश दिया। घटना के बाद जिलेभर में हाईअलर्ट कर दिया गया। देर रात पुलिस के वरिष्ट अधिकारियों ने पांच टीम बनाकर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगाया है। देर रात दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, बाकी के लिए दबिश लगातार जारी है”।
फैक्ट चेक:
वायरल दावे की जांच के लिए DFRAC टीम ने सबसे पहले ट्विटर पर मेरठ पुलिस का आधिकारिक अकाउंट को चेक किया। इस दौरान टीम को घटना के सबंध में मेरठ पुलिस का एक ट्वीट मिला। ट्वीट में मेरठ पुलिस ने किसी भी प्रकार के सांप्रदायिक एंगल होने का खंडन किया है।
Source: Twitter
मेरठ पुलिस ने एक ग्राफिक पोस्ट कर जानकारी दी कि “दिनांक 05.03.2023 को शराब के नशे में थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्रांतर्गत एक मोहल्ले में दो अलग-अलग पक्षों में विवाद और मारपीट हुई। होलिका रखने को लेकर विवाद नहीं हुआ है, न ही होलिका का अपमान इत्यादि हुआ है। होलिका एक दम ठीक है। कोई व्यक्ति गंभीर रूप से घायल नही है। पुलिस द्वारा कार्यवाही की जा रही है। तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। मौके पर शांति व्यवस्था कायम है”।
निष्कर्ष:
अत: DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि मेरठ में होलिका दहन की तैयारी कर रहे हिंदुओं पर मुस्लिमों के द्वारा पत्थरबाजी करने के दावा गलत है। क्योंकि विवाद दो पक्षों में था और इस विवाद में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।