सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि महिलाओं का एक ग्रुप दो व्यक्तियों की पिटाई कर रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर शेयर कर रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि मुस्लिम शख्स द्वारा हिन्दू महिलाओं के छेड़खानी की जा रही थी, जिसके हिन्दू महिलाओं ने उन दोनों की जमकर पिटाई कर दी।
इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा- “#Kerla हिंदू लड़कियों की एकता, हिंदू लड़कियों से दो मुस्लिमों ने की बदतमीजी बदसलूकी…! जागरूक हो रही हिन्दू बहनों ने कायदे से सबक सिखाया.. मेरे भाइओ इस विडियो को खूब #RETWEEET करो ताकि हमारी बहनों का डर निकले और सामना करने कि हिम्मत आये #girlpower #GirlsOnTop #India”
वहीं कई अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो को शेयर किया है।
https://twitter.com/sanjay16sanjay/status/1615579002156253184?s=20&t=vUjt3NbkA5KZLO4GnOt1yA
एक अन्य यूजर ने इस वीडियो को शेयर करके दावा किया जिस शख्स की पिटाई हो रही है, वह बीजेपी का सचिव है। उसने दावा किया कि महिलाओं की फोटो के साथ छेड़छाड़ करने पर महिलाओं ने बीजेपी के सचिव की जमकर पिटाई कर दी।
फैक्ट चेकः
वायरल वीडियो का फैक्ट चेक करने के लिए DFRAC की टीम ने वीडियो को कई फ्रेम्स में कन्वर्ट किया और उन्हें रिवर्स सर्च किया। हमें www.onmanorama.com की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट को 7 जनवरी 2023 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक शाजी नाम के शख्स ने सम्राट इमैनुएल चर्च के तहत सिय्योन रिट्रीट सेंटर से नाता तोड़ लिया था। जब शाजी और उनका परिवार एक कार में गुजरा, तो महिलाओं ने वाहन को रोक दिया, शाजी को बाहर खींच लिया और उनके साथ मारपीट की। उन्होंने कार के शीशे को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस को दिए अपने बयान में शाजी ने कहा कि करीब 50 लोगों ने उनके साथ मारपीट की।
वहीं इस घटना के संदर्भ में मलयालम भाषा में एक अन्य रिपोर्ट 6 जनवरी 2023 को प्रकाशित की गई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि शाजी और उसके बेटे साजन को महिलाओं की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ करने पर महिलाओं ने उन दोनों की पिटाई कर दी।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो में हिन्दू-मुस्लिम विवाद और सांप्रदायिक एंगल नहीं है। यह विवाद क्रिश्चियन धर्म के मानने वाले लोगों से जुड़ा हुआ है। वहीं जिस व्यक्ति को बीजेपी का सचिव बताया जा रहा है, उसके बीजेपी से जुड़े होने के प्रमाण भी हमारी टीम को नहीं मिले हैं। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा गलत है।