उत्तराखंड के ज़िला उत्तरकाशी से लेकर पड़ोसी देश नेपाल के ज़िला बागलुंग तक, 27-28 दिसंबर को आधी रात के बाद लगभग सवा दो घंटे में भूकंप के चार झटके महसूस किेये गए। भूकंप सोशल मीडिया यूज़र्स के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है और इस दौरान कई यूज़र्स तरह तरह के वीडियोज़ और विज़ुअल्स शेयर कर रहे हैं।
सोहिनी सरकार एफ़सी नामक यूज़र ने एक वीडियो ट्वीट कर लिखा,“#नेपाल में शक्तिशाली #भूकंप, मुझे उम्मीद है कि नेपाल के लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ है, मैं सभी के स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। Hindus” ( हिन्दी अनुवाद)
Powerful #Earthquake at #Nepal , I hope there is no damage to the people of Nepal, I pray for everyone’s recovery. Hindus pic.twitter.com/v3Uvx6aoel
— Sohini Sarkar FC (@SohiniSarka3) December 28, 2022
इसी तरह अन्य यूज़र ने भी नेपाल में आए भूकंप के संदर्भ में इस वीडियो को शेयर किया है।
#नेपाल में शक्तिशाली #भूकंप, मुझे उम्मीद है कि नेपाल के लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ हो, मैं सभी के स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। #Earthquake #Nepal pic.twitter.com/IgcUQRYev1
— Manish Rai (@Manish_Kmr_Rai) December 28, 2022
#earthquake
— विधि प्रभाष सक्सेना #३ह वंदेमातरम (@PrabhashkarSax1) December 28, 2022
नेपाल में 6.4 त्रीवत का भूकंप लोग डर के कारण इधर उधर भाग कर जान बचाई। pic.twitter.com/HdgqjrCNHG
फ़ैक्ट चेक
वायरल वीडियो का फ़ैक्ट चेक करने के लिए DFRAC टीम ने वीडियो को पहले अलग अलग की-फ़्रेम में कनवर्ट किया। फिर उन्हें रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान हमने पाया कि वायरल वीडियो, तीन अलग अलग वीडियो क्लिप को मिलाकर बनाया गया है। पहला हिस्सा जिसमें दो लेन के रोड पर सफ़ेद कार नज़र आ रही है वो पेरू का है। वेबसाइट lapresse.ca के अनुसार पेरू में मई 2022 को 7.2 तीव्रता के साथ भूकंप आया था, जिसमें कोई हताहत की ख़बर नहीं थी।
ट्विटर पर Earth42morrow नामक यूज़र ने भी इस वीडियो को पेरू में आए भूकंप के दावे के साथ शेयर किया है।
वहीं दूसरे हिस्से की वीडियो क्लिप पुरानी है, जिसे नवंबर 2021 में इक्वाडोर की राजधानी क्विटो शहर में आए भूकंप के दावे के साथ शेयर किया गया है।
वायरल वीडियो के तीसरे हिस्से की क्लिप के ऑरिजिनल सोर्स को हमारी टीम जानने के लिए प्रयासरत है, ऑरिजिनल सोर्स के पता चलते ही स्टोरी अपडेट कर दी जाएगी।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस फ़ैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो 27-28 दिसंबर को आए भूकंप का नहीं है, इसलिए यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा वीडियो भ्रामक है।