भारत एक ऐसा देश है जहां कई धर्मों, संस्कृतियों, और परंपराओं के होते हुए भी लोग आपस में मिलजुल कर रहते है। विविधता में एकता की ये शक्ति ही भारत को पूरे विश्व का गुरु बनाती है। लेकिन इस देश में कुछ ऐसे अराजक तत्व भी मौजूद हैं जो अपने व्यक्तिगत हित साधने के लिए भारत की इस शक्ति को कम करने की कोशिश में हैं।
DFRAC ने अपनी एक्सक्लूसिव रिपोर्टों में कुछ ऐसे ही नफरत फैलाने वालों का पर्दाफाश किया है। जिनमे योगी देवनाथ, काकावानी (अली सोहराब), एनसी अस्थाना, जाकिर नाइक आदि शामिल है। इस रिपोर्ट में हम डॉक्टर साध्वी प्राची के नाम से मशहूर एक ऐसी ही शख्सियत का पर्दाफाश करने जा रहे हैं।
इस रिपोर्ट में निम्नलिखित बिन्दुओं पर आधारित होगी।
- साध्वी प्राची कौन हैं?
- उनके ट्विटर अकाउंट की बैकस्टोरी
- हेट कंटेंट
- फेक और हेट ट्रेंड्स
- भ्रामक कटेंट
- निष्कर्ष
कौन हैं डॉ. साध्वी प्राची?
उनके ट्विटर बायो के अनुसार, वह राष्ट्रीय भगवा क्रांति सेना की राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय सेवा समिति की एक सामाजिक कार्यकर्ता है। साथ ही वह एक वीपीएच नेता हैं। वह जनवरी 2020 से ट्विटर पर सक्रिय हैं। उनके 250 K से अधिक फॉलोअर्स है। उनके अकाउंट को स्क्रॉल करके कोई भी उन्हे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थक बता सकता है। उनका एजेंडा भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाने जुड़ा है।
ट्विटर अकाउंट की बैकस्टोरी:
DFRAC द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार, अलग-अलग समय पर @Sadhvi_Prachi के एक ही यूजर नाम के साथ तीन अकाउंट बनाए गए थे। ये अकाउंट साध्वी प्राची की प्रोफाइल बनाने और उनके ट्वीट्स में स्पष्ट नैरेटिव सेट करके फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए बनाए गए थे।
अकाउंट नंबर 1: @Sadhvi_Prachi (आईडी: 912671893328506880) सितंबर 2017 में बनाया गया था। अकाउंट को अपने ट्वीट्स के साथ ही बड़ी संख्या में फॉलोअर्स भी मिले। आमतौर पर इस अकाउंट से भाजपा के अरुण यादव (@beingarun28) को रीट्वीट किया गया। बाद में अकाउंट का यूजर नेम बदलकर @SanjayYadavBJP कर लिया गया, जो अब यूपी के एक भाजपा सांसद का वेरिफाइड अकाउंट है।
अकाउंट नंबर 2: @Sadhvi_Prachi (आईडी: 1231176576617701378) के यूजर नेम वाला दूसरा अकाउंट अब मौजूद नहीं है।
अकाउंट नंबर 3: यूजर नेम @Sadhvi_Prachi (आईडी: 1216397098423181312) जनवरी 2020 में बनाया गया और वर्तमान में साध्वी प्राची के वेरिफाइड अकाउंट के रूप में ट्विटर पर एक्टिव है। यह अकाउंट उनके फेसबुक अकाउंट के साथ धर्म के नाम पर विभिन्न समूहों के बीच नफरत पैदा करने के लिए कई भ्रामक खबरें फैला रहा है।
हेट कंटेंट साध्वी प्राची हेट स्पीच के मामलों में लिप्त हैं। उन पर कई एफ़आईआर भी दर्ज हैं। लेकिन उनका नफरत भरा एजेंडा रुकने का नाम नहीं ले रहा। वह सोशल मीडिया का उपयोग एक हथियार के रूप में एक विशेष धर्म को कोसने के लिए करती है। वह अक्सर जिहादियों और खालिस्तानी जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर उस धर्म को दर्शाने के लिए करती है, जिसे वह निशाना बना रही है। साथ ही, अपने कई ट्वीट्स में, वह मुगल वास्तुकला की हिंदू मंदिरों से तुलना करके दो धर्मों के बीच मतभेद पैदा करने की कोशिश करती हैं।
- उनकी नफरत का ये दायरा सोशल मीडिया तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कई साक्षात्कारों और भाषणों में उनकी नफरत खुलकर सामने आई। उन्होने कई नफरत फैलाने वाले भाषण खुले में दिये।
- यह उनके विवादास्पद भाषणों में से एक है जहां वह हिंदू राष्ट्र के बारे में बात करती हैं, और कैसे 1400 साल पहले हिंदुस्तान में कोई मुस्लिम समुदाय नहीं था।
- एक अन्य भाषण में वह लव जिहाद के बारे में बात करती है, जिसमें वह बताती है कि कैसे एक मुस्लिम लड़का एक हिंदू लड़की को अपने प्यार में फंसाने की कोशिश करता है ताकि वह उसका धर्म बदल सके और उसे मुस्लिम बना सके।
- महाराणा प्रताप जयंती पर उन्होंने पूरे हिंदू समुदाय को मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भड़काने की कोशिश की, यह कहकर कि अगर कोई मुस्लिम लड़का किसी हिंदू लड़की का अपहरण करने की कोशिश करता है तो वे 10 मुस्लिम लड़कियों का अपहरण कर लें।
https://kk-kz.facebook.com/IndianAmericanMuslimCouncil/videos/1756915090992076/
कई बार वह मदरसों को अवैध बताकर उन्हें कुचलने की कोशिश करती है और सरकार से उन्हें चलाने वाले मौलानाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपील करती है।
वह लगातार राजनेताओं की संपादित (edited) तस्वीरें पोस्ट कर उनका मजाक उड़ाती हैं।
- फेक और हेट ट्रेंड्स:
नीचे दिया गया ग्राफ उन टॉप हैशटैग के बारे में बताता है जिनका उपयोग @Sadhvi_Prachi द्वारा किया गया था। अकाउंट द्वारा #TheKashmirFiles को सबसे ज्यादा 23 बार इस्तेमाल किया गया, इसके बाद #banadipurush पर 17 ट्वीट किए गए। #Manipur_Boycott_Rahul और #BoycottLaalSinghChadha चड्ढा का भी खूब इस्तेमाल किया गया।
- हमेशा सुर्खियों में बने रहने के लिए वह ट्विटर पर कई ट्रेंड शुरू करती हैं, जिसमें हाल के दिनों का सबसे विवादास्पद #BoycottCadbury शामिल है। यह ट्रेंड एक फर्जी दावे पर था जिसमें दावा किया गया था कि कैडबरी के चॉकलेट में गोमांस का इस्तेमाल किया जा रहा है, उत्पाद ‘हलाल प्रमाणित’ हैं, जबकि अन्य लोगों ने पीएम मोदी के साथ संबंध होने के विज्ञापन पर आपत्ति जताई थी।
- प्रारंभ में, उन्होंने अभिनेता शुशांत सिंह राजपूत की असामयिक मृत्यु का लाभ उठाकर उनके प्रशंसकों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हुए #IAmSushant हैशटैग शुरू किया। ताकि वह लोकप्रियता और फॉलोअर्स हासिल कर सके। फॉलोअर्स गेम को स्ट्रॉन्ग बनाने के बाद अकाउंट से सारे ट्वीट डिलीट कर दिए गए। नीचे उसी पर कुछ सैंपल ट्वीट दिए गए हैं।
हाल ही में, उन्होने फिर से बॉलीवुड के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। क्योंकि उसके अनुसार बॉलीवुड फिल्में हिंदुस्तान की संस्कृति और परंपराओं को नष्ट कर रही हैं।
#BanAdipurush उनका ताजा हेट ट्रेंड है। जहां वह अपने फॉलोअर्स से फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के लिए कह रही है। क्योंकि उनकी नजर में ट्रेलर रामायण की छवि को खराब कर रहा है, जिस पर फिल्म आधारित है।
इतना ही नहीं, वह कई हैशटैग शुरू करती है और समाज के वर्ग को भारत में टॉप ट्रेंडिंग बनाने के लिए अपील करके अधिक से अधिक ध्यान आकर्षित करने की कोशिश करती है। नीचे ऐसे ट्रेंड के उदाहरण दिए गए हैं।
- भ्रामक दावे:
- 1. उन्होंने अभिनेता सलमान खान के बारे में एक अखबार की कटिंग साझा की जो उनके साक्षात्कार की प्रतीत होती है। इसका टाइटल है- ‘वे फिल्में मुझे पसंद नहीं हैं जिनमें पाकिस्तान को बुरा कहा जाता है’। कटिंग के साथ वह हिंदी में ट्वीट करती हैं, ”फिर पाकिस्तान में ही जाकर क्यों नहीं बस जाते. हिंदुस्तान ने इनको क्या कुछ नहीं दिया, गलती जनता की है। आगे जागरूक हो जाओ।
फैक्ट चेक:
कीवर्ड चेक करने के पर DFRAC टीम को नव भारत टाइम्स की रिपोर्ट मिली, जिस पर तारीख 22 जून 2015 है। रिपोर्ट में कहा गया कि सलमान खान उन लोगों से नाराज हैं जो पाकिस्तान के खिलाफ बोलते हैं और इसके बारे में राजनीति करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पहले भारत के लोग पाकिस्तान जाते थे और उनकी मेजबानी की सराहना करते थे।
फैक्ट चेक:
कीवर्ड चेक करने के पर DFRAC टीम को नव भारत टाइम्स की रिपोर्ट मिली, जिस पर तारीख 22 जून 2015 है। रिपोर्ट में कहा गया कि सलमान खान उन लोगों से नाराज हैं जो पाकिस्तान के खिलाफ बोलते हैं और इसके बारे में राजनीति करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पहले भारत के लोग पाकिस्तान जाते थे और उनकी मेजबानी की सराहना करते थे।
2. उन्होंने यूपी और दिल्ली की तुलना करते हुए छट पूजा की एक तस्वीर शेयर की, जिसमें उन्होंने लिखा, “योगी जी के लिए रिट्वीट करें।”
फैक्ट चेक:
तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमने पाया कि एनडीटीवी की एक रिपोर्ट में दिल्ली के परिदृश्य को दिखाते हुए इस्तेमाल की गई ये तस्वीर वास्तव में साल 2019 की है, हाल की नहीं।
3. कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के बीच, उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने पीएफआई द्वारा बुलाई हड़ताल के समर्थन में अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ रोक दी, जो केरल से होकर गुजर रही है।
फैक्ट चेक:
जांच के दौरान हमें 20 सितंबर को कांग्रेस का एक ट्वीट मिला, जिसमें साफ किया गया था कि 23 सितंबर आराम का दिन होगा।
इस दिन को ‘आराम का दिन’ घोषित करने की घोषणा पीएफआई की हड़ताल और यहां तक कि एनआईए और ईडी के छापे से पहले की गई थी।
4. उन्होने अपने फेसबुक अकाउंट पर अच्छी तरह से बनाए गए प्राथमिक विद्यालय की एक तस्वीर साझा करते हुए दावा किया कि यह उत्तर प्रदेश का है।
फैक्ट चेक:
19 अक्टूबर, 2016 को लिखे गए वन इंडिया के लेख में यूपी के संभल जिले के स्कूल की वही वायरल तस्वीरें हैं। रिपोर्ट इस बात का लेखा-जोखा है कि 2015 में प्रधानाचार्य कपिल मलिक के पदभार ग्रहण करने के बाद स्कूल भवन की स्थिति, इसके रखरखाव, समग्र प्रशासन और यहां तक कि छात्रों की उपस्थिति में भी भारी सुधार हुआ।
साध्वी प्राची के फॉलोअर्स:
@Sadhvi_Prachi के वर्तमान में ट्विटर पर 259k से अधिक फॉलोअर्स हैं और दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। @Sadhvi_Prachi के अधिकांश फॉलोअर्स में ट्विटर के नॉन वेरिफाइड यूजर हैं। हालांकि ट्विटर के कुछ वेरिफाइड यूजर्स भी इस अकाउंट को फॉलो करते हैं। नीचे दिया गया एक ग्राफिक्स @Sadhvi_Prachi को फॉलो करने वाले कुछ वेरिफाइड अकाउंट को दिखाता है।
इन अकाउंट्स में से कुछ अकाउंट्स जैसे योगी देवनाथ और अरुण यादव के ट्वीट करने और रीट्वीट करने का पैटर्न नीचे कोलाज में दिया गया है:
साध्वी प्राची के फर्जी फॉलोअर्स: 32.4% फॉलोअर्स को फर्जी फॉलोअर्स के रूप में वर्गीकृत किया गया है। जो औसत से अधिक है। 32.4% में @Sadhvi_Prachi को फॉलो करने वाले 83,800 फर्जी फॉलोअर्स हैं।
(स्पार्कटोरो द्वारा @Sadhvi_Prachi के फर्जी फॉलोअर्स का विश्लेषण)
प्रति वर्ष किए गए ट्वीट्स
@Sadhvi_Prachi के अकाउंट से प्रति वर्ष किए गए ट्वीट्स के प्रतिशत को दर्शाने वाला पाई चार्ट नीचे दिया गया है। अकाउंट से वर्ष 2022 में प्रमुखता से 87.7% ट्वीट किए गए, इसके बाद वर्ष 2021 में 10.9% और वर्ष 2020 में सबसे कम 1.4% ट्वीट किए गए।
निष्कर्ष:
DFRAC की ये एक्सक्लूसिव रिपोर्ट इस प्रक्रिया पर प्रकाश डालती है कि बड़ी संख्या में फॉलोअर्स बनाने के लिए कैसे फैक अकाउंट बनाए जाते हैं। इसके लिए अपनाई जाने वाली रणनीति में ट्रेंडिंग हैशटैग, धार्मिक भावनाओं को भड़काना और गलत सूचनाओं से जुड़ा अपना एजेंडा शामिल है। इस तरह के अकाउंट अपने दर्शकों की राय को प्रभावित करने की कोशिश में गलत सूचना और पक्षपाती समाचार फैलाते हैं। ऐसी गतिविधियां समाज के विभिन्न वर्गों के बीच नफरत और सांप्रदायिक वैमनस्य को भड़काती हैं।