अरब देशों के सोशल मीडिया यूजर्स भारत और यहां पर होने वाली घटनाओं के संदर्भ में कई प्रकार के पोस्ट शेयर करते रहते हैं। इसमें कई पोस्ट फेक और भ्रामक होती हैं। ट्विटर पर @mugtama नामक वेरीफाइड यूजर हैं। इनके बायो के मुताबिक- यह एक “समाज” पत्रिका हैं, जिनका सर्कुलेशन 120 से अधिक देशों में किया जाता है। इसकी स्थापना 1970 में हुई थी। इन्होंने अपने लोकेशन में “कुवैत” बताया हुआ है। ट्विटर पर इस अकाउंट के 44 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स हैं।
भारत के संदर्भ में @mugtama ने 21 जून 2022 को एक वीडियो पोस्ट किया है। जिसको अरबी भाषा में कैप्शन दिया गया है, जिसका गूगल ट्रांसलेशन की मदद से हिन्दी अनुवाद है- “उसे कीचड़ में धकेलने के बाद, हिंदू एक बूढ़े मुसलमान पर चिल्ला रहे हैं: तुम्हें सूअर का मांस खाना है!!” इस वीडियो को 43 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है।
फैक्ट चेकः
वायरल वीडियो का फैक्ट चेक करने के लिए DFRAC की टीम ने सबसे पहले वीडियो को कुछ फ्रेम्स में कन्वर्ट किया। इसके बाद रिवर्स सर्च किया। हमें NDTV की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट को 10 अप्रैल 2019 को प्रकाशित किया गया था, जिसका शीर्षक है- “बीफ बेचने का आरोप, असम के मुस्लिम व्यक्ति को कथित तौर पर पोर्क खाने के लिए मजबूर किया गया” (हिन्दी अनुवाद)
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि- असम के बिश्वनाथ जिले में रविवार को बीफ बेचने के आरोप में एक मुस्लिम व्यक्ति के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की गई। पुलिस ने एक व्यक्ति को उस वीडियो के बाद हिरासत में लिया, जिसमें व्यक्ति घुटने के बल गहरी कीचड़ में लेटा हुआ था और जाने देने की भीख मांग रहा था। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से शेयर किया गया था।
निष्कर्षः
DFRAC की फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि @mugtama द्वारा शेयर किया गया वीडियो 3 साल पुरानी घटना का है, जिसमें बीफ बेचने के आरोप में मुस्लिम व्यक्ति को भीड़ द्वारा कथित तौर पर पोर्क खिलाने के लिए मजबूर किया गया था। इसलिए @mugtama का दावा भ्रामक है।