सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक पुलिसकर्मी एक शख्स को पीट रहा है, वीडियो को भारत में मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार के उदाहरण के तौर पर शेयर किया जा रहा है। @SupportProphetM ने इस वीडियो को अरबी कैप्शन के साथ शेयर किया, जिसका हिन्दी अनुवाद है- “हिंदू अपराध रुकते नहीं हैं .. हिंदू पुलिस एक बुजुर्ग मुस्लिम पर क्रूरता से हमला करती है!” “#boycott_French_products 748, #Expelling_Hindu_ Employment and #ExpelHindus from the Gulf”
इसी वीडियो को शेयर करते हुए @India__Muslim ने अरबी कैप्शन में लिखा, जिसका हिन्दी में अनुवाद है- “जब वे सत्ता में चरमपंथी बन जाते हैं… उनकी पुलिस का इस तरह की गंदगी का व्यवहार करना स्वाभाविक है, खासकर मुसलमानों के साथ… भारत एक उदाहरण है।”
इसी तरह, कई अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस वीडियो को इसी दावे और घृणित हैशटैग के साथ शेयर किया है।
फैक्ट चेक
वीडियो के अलग-अलग कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें टाइम्स नाउ के वेरिफाइड अकाउंट पर यह वीडियो क्लिप मिली। इस वीडियो को 6 अप्रैल 2020 को अपलोड किया गया था। जिसका शीर्षक था ” कोरोना वायरस का डर: लॉकडाउन लागू करने के लिए भीड़ ने बरेली पुलिस पर हमला किया।”
उपरोक्त वीडियो के 46 सेकंड में वायरल क्लिप को देखा जा सकता है। यह घटना बरेली की है। वीडियो के डिस्क्रिप्शन में बताया गया है कि “पुलिस बल ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर रहे लगभग 20 लोगों को तितर-बितर होने के लिए कहा था, भीड़ ने सुनने के बजाय पुलिस पर हमला कर दिया, कई पुलिसकर्मियों को चोटें आईं।
निष्कर्ष
इसलिए इस फैक्ट चेक से यह स्पष्ट होता है कि उपरोक्त वीडियो में कोई सांप्रदायिक एंगल शामिल नहीं है। क्योंकि घटना कोराना काल के दौरान की है।