

एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा, “राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने आबू में हनुमान मंदिर को तोड़वाया। लाठीचार्ज किया और सभी हिंदू प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। और राहुल गांधी कहते हैं कि मैं हिंदू हूं।“ (हिन्दी अनुवाद)

इसी तरह, कई अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी इसी तरह के दावे के साथ वीडियो को शेयर किया है।
फैक्ट चेक
कुछ की-वर्ड्स सर्च करने पर, DFRAC की टीम को इस घटना के संदर्भ में टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में यह उल्लेख मिला कि “आबू रोड एसडीएम नीलम लखारा के अनुसार, कांतिलाल उपाध ने नवंबर 2018 में सतपुर में एक तालाब पर अतिक्रमण के मुद्दे को उठाते हुए उच्च न्यायालय का रुख किया था, जिसमें कहा गया था कि मंदिर ने तालाब के चरित्र को बदल दिया है। मंदिर उसकी सीमा पर बनाया गया था।”
निष्कर्ष
फैक्ट चेक से स्पष्ट हो रहा है कि मंदिर पर अवैध अतिक्रमण का आरोप लगाते हुए हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर मंदिर को तोड़ा गया है। वहीं इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा गलत है।