बांग्लादेशी सोशल मीडिया यूजर्स भारत को लेकर कई भ्रामक और फेक सूचनाएं फैला रहे हैं। बंगाली भाषा में लिखे उनके ट्वीट्स में भारत को लेकर कई ऐसी भ्रामक सूचनाएं, जिनका सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है। वहीं कई ऐसे फोटो शेयर किए गए हैं, जो एडिटेड या फोटोशॉप किए गए हैं।
बांग्लादेश की एक यूजर संजीदा अख्तर ने भारत के पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत का एक फोटो शेयर किया है। इस फोटो में रावत को इस्लाम धर्म का पवित्र ग्रंथ कुरान हाथ में लिए दिखाया गया है। इस फोटो को शेयर करते हुए संजीदा अख्तर ने बंगाली भाषा में लिखा- “একজন হিন্দু হয়ে বলছে,কোরআন ই নির্ভুল কিতাব।কারন কোরআনে জঙ্গিবাদের কথা নেই।সুতারাং কোরআনের অনুসরণ কর,ভারতীয় জেনারেল বিপিন।”
जिसका गुगल ट्रांसलेशन की मदद से हिन्दी अनुवाद है- “एक हिंदू होने के नाते, कुरान एक आदर्श किताब है। क्योंकि कुरान में आतंकवाद का जिक्र नहीं है। तो कुरान का पालन करें, भारतीय जनरल बिपिन।”
वहीं कई अन्य यूजर्स भी ऐसा ही दावा कर रहे हैं।
फैक्ट चेकः
बांग्लादेशी यूजर्स द्वारा शेयर किए गए फोटो का फैक्ट चेक करने के लिए DFRAC की टीम ने वायरल फोटो को रिवर्स इमेज सर्च किया। सर्च करने पर हमें www.news18.com की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में पूर्व सीडीएस बिपिन रावत की उसी फोटो का इस्तेमाल किया, जो वायरल हो रही है।
इस रिपोर्ट में प्रकाशित की गई फोटो में देखा जा सकता है कि रावत के हाथ में पवित्र ग्रंथ कुरान नहीं बल्कि एक पेंसिल है। नीचे दिए गए कोलाज में आप दोनों तस्वीरों को देख सकते हैं।
निष्कर्षः
DFRAC द्वारा किए गए फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि पूर्व सीडीएस बिपिन रावत का वायरल फोटो एडिटेड है, जिसे बांग्लादेशी सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा शेयर किया जा रहा है। इसलिए उनका दावा गलत है।