
इसी तरह, कई अन्य यूसर्ज ने इस खबर को शेयर किया, और जल्द ही सोशल मीडिया पर एक सांप्रदायिक बहस शुरू हो गई।
फैक्ट चेक
कीवर्ड सर्च करने पर, DFRAC टीम को इसी घटना के संबंध में गाजियाबाद पुलिस के वेरिफ़ाइड हैंडल से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का थ्रेड मिला। ट्वीट मे लिखा था, “जनपद गाजियाबाद के थाना नंदग्राम से सम्बन्धित प्रकरण मे महिला द्वारा अपने साथियो के साथ षडयंत्र रचते हुए दर्शायी गई झूठी घटना के खुलासे के सम्बन्ध मे प्रेस ब्रीफिंग करते हुए श्रीमान @igrangemeerut व #SSP_GZB @IPSMUNIRAJ।“
पुलिस की जांच के बाद इकबालिया बयान आया जिससे साफ हो गया कि महिला ने आजाद नाम के एक शख्स के साथ मिलकर आरोपी के खिलाफ साजिश रची थी। यह सब आरोपी साजिश आरोपियों को फंसाने के लिए रची गई थी, जिनके साथ उनका संपत्ति का विवाद चल रहा है। इसलिए युवती द्वारा मनगढ़ंत कहानी रची गई थी। अब पुलिस ने आजाद और उसके साथी गौरव और अफजल को गिरफ्तार कर लिया है। साजिश में इस्तेमाल की गई एक ऑल्टो कार भी जब्त की गई है।
निष्कर्ष
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि बलात्कार की शिकायत उन पांच लोगों के खिलाफ साजिश के अलावा और कुछ नहीं थी। इसलिए, वायरल दावा कि इन मुस्लिम पुरुषों ने एक हिंदू महिला के साथ दो दिनों तक बलात्कार किया, यह फर्जी है।