राजधानी दिल्ली में 5 अक्टूबर को एक कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम मौजूद थे। इस कार्यक्रम में शपथ दिलाई गई थी कि ‘मैं ब्रह्मा, विष्णु, महेश, राम, कृष्ण को ईश्वर नहीं मानूंगा और उनकी पूजा नहीं करूंगा।’
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस कार्यक्रम को हिंदू धर्म को अपमानित करने की साज़िश बताया और कहा कि अरविंद केजरीवाल ‘हिंदू विरोधी’ हैं। राजनीतिक दबाव इतना बढ़ा कि 4 दिन बाद उन्हें मंत्री पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा।
अख़बार दैनिक भास्कर को इंटरव्यू देते हुए पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि गुजरात में BJP को फायदा न हो इसलिए इस्तीफ़ा दिया। राजनीति में ऐसे फै़सले लेने पड़ते हैं। उन्होंने अख़बार से कहा कि अब मैं विधायक के तौर पर अपने विधानसभा के लोगों की लड़ाई लडूंगा और वकालत के ज़रिए अपने लोगों के केस लड़ूंगा।
फिर ख़बर आई कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें बुलाकर धर्मांतरण से संबंधित दस्तावेज तलब किया है।
इस दौरान एबीपी न्यूज़ की एंकर रुबिका लियाक़त ने अपने शो ‘हुंकार’ में लगभग 41वीं मिनट पर दावा किया कि बाबा साहेब अंबेडकर ने ये ‘धम्म प्रतिज्ञा’ अकेले ली थी।
फ़ैक्ट चेक
एंकर रुबिका लियाक़त के दावे की पड़ताल करने के लिए हमने गूगल पर कुछ ख़ास की-वर्ड की मदद से एक सिंपल सर्च किया। इस दौरान हमें अलग अलग मीडिया हाउसेज़ द्वारा पब्लिश कई रिपोर्ट्स मिलीं।
बीबीसी हिंदी द्वारा शीर्षक, “केजरीवाल और मोदी के ‘हिंदुत्व’ में कितने फ़िट बैठते हैं आंबेडकर” के तहत पब्लिश एक रिपोर्ट में बताया गया है कि 15 अक्तूबर, 1956 को बीआर आंबेडकर के सामने हज़ारों की भीड़ खड़ी थी और उन्होंने लोगों को ये 22 शपथ दिलवाई थी।
1951 में बाबा साहेब डॉ. बीआर अंबेडकर ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की कैबिनेट से इस्तीफ़ा दे दिया था और 1956 में उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया था। शीर्षक, “हिंदू धर्म के कट्टर अनुयायी थे अंबेडकर! पढ़ें, फ़ैक्ट-चेक” के तहत किये गए एक फ़ैक्ट-चेक में DFRAC द्वारा बताया गया है कि बाबा साहेब अंबेडकर ने 14 अक्टूबर 1956 को नागपुर में अपने तीन लाख 80 हज़ार समर्थकों के साथ बौद्ध धर्म अपना लिया। बताया जाता है कि ये पूरी दुनिया में धर्म परिवर्तन की सबसे बड़ी घटना थी।
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ज्ञातव्य हो कि डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर के लेखन और भाषण के पब्लिश का काम ख़ुद भारत सरकार करती है, जिनमें बीआर आंबेडकर की 22 प्रतिज्ञाएं शामिल हैं।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस फ़ैक्ट चेक से स्पष्ट है कि एबीपी की न्यूज़ एंकर रूबिका लियाक़त का ये दावा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने अकेले ‘धम्म प्रतिज्ञा’ ली थी, ग़लत है।
दावा: बाबा साहेब अंबेडकर ने अकेले ‘धम्म प्रतिज्ञा’ ली थी
दावाकर्ता: एबीपी न्यूज़ की एंकर, रूबिका लियाक़त
फ़ैक्ट चेक: ग़लत