सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है कि भारत सरकार अब केंद्र में अल्पसंख्यक मंत्रालय को खत्म करने जा रही है। कई सोशल मीडिया यूजर्स इस खबर को शेयर करके खुशी जाहिर कर रहे हैं, तो कई यूजर्स केंद्र सरकार की आलोचना कर रहे हैं।
विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने लिखा- “अब ख़त्म होगा अल्पसंख्यक मंत्रालय, इसकी जरूरत भी क्या थी”
वहीं दीपक चौरसिया, सुधीर मिश्रा सहित कई वेरीफाइड यूजर्स ने भी सूत्रों के हवाले से खबर देते हुए बताया कि अल्पसंख्यक मंत्रालय को खत्म किया जाएगा। दीपक चौरसिया ने लिखा-“अल्पसंख्यक मंत्रालय” को मोदी सरकार शीघ्र ही खत्म कर सकती है- सूत्र” https://twitter.com/DChaurasia2312/status/1576831057592168448?s=20&t=mZCKYp8E1o7CKaaw47_X5Q
वहीं सुधीर मिश्रा ने लिखा- “अल्पसंख्यक (मुस्लिम) मंत्रालय खत्म करेगी मोदी सरकार, 2006 में ‘वोट बैंक’ खुश करने के लिए मनमोहन सरकार ने गठन किया था: सूत्र”
वहीं सुदर्शन न्यूज के पत्रकार जीतेंद्र प्रताप सिंह ने लिखा- “चुस्लिम तुष्टिकरण के नाम पर बना अल्पसंख्यक मंत्रालय पर लगेगा ताला। हमेशा के लिए मंत्रालय को किया जाएगा खत्म, 2006 में ‘चुस्लिम वोट बैंक’ को खुश करने के लिए मनमोहन सरकार ने किया था गठन।”
फैक्ट चेकः
वायरल हो रहे दावे का फैक्ट चेक करने के लिए हमने सर्च किया। हमें पीआईबी फैक्ट चेक का एक ट्वीट मिला। इस ट्वीट में बताया गया है कि वायरल हो रहा दावा गलत है। भारत सरकार ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है। उन्होंने एक अखबार की रिपोर्ट को भी फेक करार दिया है।
निष्कर्षः
वायरल दावे के फैक्ट चेक से स्पष्ट हो रहा है कि सोशल मीडिया पर अल्पसंख्यक मंत्रालय को खत्म करने को लेकर किया जा रहा दावा गलत है।
दावा- मोदी सरकार ने खत्म किया अल्पसंख्यक मंत्रालय
दावाकर्ता- सोशल मीडिया यूजर्स
फैक्ट चेक- फेक