हाल ही में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया है। इस सबंध में दावा किया गया कि इन चीतों के भोजन के लिए राजस्थान से 400 हिरण भेजे जाने है।
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इस बारे में राजस्थान में आम आदमी पार्टी (आप) के इंचार्ज विनय मिश्रा ने ट्वीट कर कहा, नामीबिया से आये चीतो के लिये मोदी सरकार 400 हिरण राजस्थान से भेजेगी। हिरण बिशनोई समाज के लिये बेटे की तरह है, उन्हें वो गोद में पाल कर बड़ा करते हैं। राजस्थान में हिरण विलुप्त होने पर है। केंद्र सरकार पर्यावरण प्रेमी बिशनोई समाज के जनभावनाओ का ख़्याल रखे और इस पर प्रतिबंध लगाये।
फैक्ट चेक
वायरल दावे की जांच के लिए DFRAC टीम ने कुछ सामान्य कीवर्ड सर्च किए। इस दौरान टीम को मध्यप्रादेश के डिपार्टमेंट ऑफ फॉरेस्ट का एक ट्वीट मिला। जिसमे उक्त दावे का खंडन करते हुए कहा गया कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बड़ी संख्या में चीतल हैं। यहाँ वहाँ अन्य स्थानों अथवा राज्यों से चीतल लाये जाने की आवश्यकता नहीं है और न ही लाये गये हैं।
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इसके अलावा मध्य प्रदेश के जनसंपर्क विभाग की प्रेस रिलीज में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) श्री जसबीर सिंह चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश के वनों में बड़ी संख्या में चीतल हैं। वर्तमान में राष्ट्रीय उद्यान कान्हा में 30 हजार, पेंच में 50 हजार, बांधवगढ़ में 30 हजार और सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान में 10 हजार चीतल हैं। संजय राष्ट्रीय उद्यान और नौरादेही अभयारण्य में चीतलों की संख्या कम है। अंतर्राज्यीय वन्य-प्राणी स्थानांतरण के लिये भारत सरकार एवं संबंधित राज्यों की सहमति आवश्यक होती है। मध्यप्रदेश में चीतलों की संख्या पर्याप्त मात्रा में होने से यहाँ अन्य राज्यों से चीतल लाने की कोई आवश्यकता नहीं है।
निष्कर्ष
अत: कूनो पार्क में चीतों के भोजन के लिए राजस्थान से 400 हिरण भेजे जाने का दावा फेक है।