भारतीय संविधान निर्माता, बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के बारे में समाज और सोशल मीडिया पर ख़ूब चर्चाएं होती हैं। कई तरह के दावे भी किये जाते हैं, इन्हीं में से एक ये है कि बाबा साहेब अंबेडकर हिंदू धर्म के कट्टर अनुयायी थे।
भारती नामक यूज़र ने ट्वीट किया,“भीम राव अंबेडकर जी हिंदू धर्म के कट्टर अनुयायी थे। उदित राज जी और इस तरह के लोग अंबेडकर जी को हिंदू धर्म से अलग करके मुस्लिम एजेंडा आगे बढ़ा रहे हैं। मकसद: हिंदुओं को बांटो और हिंदुस्तान पर कब्जा करो”
अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर यूज़र्स द्वारा तरह का दावा देखा जा सकता है।
फ़ैक्ट चेक
बाबा साहेब अंबेडकर के हिंदू धर्म के कट्टर अनुयायी होने के दावे की पड़ताल के लिए हमने गूगल पर एक सिंपल सर्च किया। इस बाबत हमें अलग अलग मीडिया हाउसेज़ द्वारा पब्लिश कई रिपोर्ट्स मिले।
हेडलाइन, “अंबेडकर ने हिंदू धर्म क्यों छोड़ा और ले ली बौद्ध दीक्षा” के तहत आज तक द्वारा पब्लिश रिपोर्ट में बताया गया है कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का जन्म हिंदू जाति में अछूत और निचली मानी जाने वाली महार जाति में हुआ था। उन्होंने हिंदू धर्म में व्याप्त छूआछूत, दलितों, महिलाओं और मज़दूरों से भेदभाव जैसी कुरीति के खिलाफ़ आवाज़ उठाई और इस मुहिम को इतना तेज़ किया कि उन्होंने 14 अक्टूबर 1956 को नागपुर में अपने तीन लाख 80 हज़ार समर्थकों के साथ बौद्ध धर्म अपना लिया। बताया जाता है कि ये पूरी दुनिया में धर्म परिवर्तन की सबसे बड़ी घटना थी।
बाबा साहेब अंबेडकर जीवन भर छुआछूत और जातिवाद से लड़ते रहे। द् वायर द्वारा पब्लिश एक विस्तृत लेख में बताया गया है कि अंबेडकर द्वारा बौद्ध धर्म को एक उचित धर्म मानने के पीछे इस धर्म में छिपी नैतिकता तथा विवेकशीलता है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक- "अंबेडकर जाति व्यवस्था के इस कदर खिलाफ थे कि 13 अक्तूबर 1935 को उन्होंने महाराष्ट्र के येवला में कहा था, “मैं हिंदू के रूप में पैदा हुआ हूं, लेकिन हिंदू के रूप में मरूंगा नहीं, कम से कम यह तो मेरे वश में है।"
निष्कर्ष
DFRAC के इस फ़ैक्ट चेक से स्पष्ट है कि बाबा साहेब अंबेडकर हिंदू जाति में अछूत और निचली मानी जाने वाली महार जाति में पैदा ज़रूर हुए थे मगर उनकी मृत्यु बौध्द धर्म में हुई थी, क्योंकि उन्होंने 1956 में अपने लाखों मानने वालों के साथ बौध्द धर्म अपना लिया था। सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा बाबा साहेब के कट्टर हिंदू होने का दावा भ्रामक है।
दावा: अंबेडकर हिंदू धर्म के कट्टर अनुयायी थे
दावाकर्ता: सोशल मीडिया यूज़र्स
फ़ैक्ट चेक: भ्रामक