सोशल मीडिया पर एक ग्राफिकल फोटो वायरल हो रहा है। इस वायरल पोस्टर में देखा जा सकता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रचारक पंक्तिबद्ध होकर खड़े हैं। सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि आरएसएस के स्वयंसेवक ब्रिटेन की महारानी को सलामी दे रहे हैं।
इस ग्राफिकल फोटो में लिखा है- “ब्रिटेन माता की जय। यह फोटो बड़ी मुश्किल से हाथ लगा है, हर फोन तक पहुंचना चाहिए। सब को पता चले देश का गद्दार कौन है। #जब पुरा देश अंग्रेजों से लड़ रहा था, तब कुछ गद्दार इंगलैंड कि रानी को सलामी दे रहे थे। सुना है इनके वंशज खुद को देशभक्त कहते हैं।”
इस ग्राफिकल फोटो को शेयर करते हुए Hari Shanker Gupta Ex MLA नामक वेरीफाइड यूजर ने लिखा- “कृपया कैप्शन बताय।”
वहीं कई अन्य सोशल मीडिया यूजर्स भी इस ग्राफिकल फोटो को ऐसे ही दावों के साथ शेयर कर रहे हैं।
फैक्ट चेकः
वायरल हो रहे ग्राफिकल फोटो का फैक्ट चेक करने के लिए हमने सबसे पहले DFRAC की लाइब्रेरी में सर्च किया। हमारे सर्च में सामने आया कि DFRAC ने पहले भी इस फोटो का फैक्ट चेक किया है।
DFRAC के फैक्ट चेक के अनुसार- महारानी एलिजाबेथ और आरएसएस की दो अलग-अलग फोटो को एडिट करके बनाया गया था। दरअसल महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने 2 फरवरी 1956 को अपने राष्ट्रमंडल दौरे के दौरान, कडुना हवाई अड्डे, नाइजीरिया में नव-नामित क्वीन्स ऑन नाइजीरिया रेजिमेंट, रॉयल वेस्ट अफ्रीकन फ्रंटियर फोर्स के जवानों का निरीक्षण किया था। वहीं आरएसएस के कार्यकर्ताओं की तस्वीर Deccan Chronicle और Jagran की वेबसाइट पर 26 फरवरी 2015 को प्रकाशित की गई थी।
निष्कर्षः
हमारे फैक्ट चेक से स्पष्ट हो रहा है कि ब्रिटेन की महारानी को आरएसएस कार्यकर्ताओं द्वारा दी गई सलामी की फोटो दो अलग-अलग तस्वीरों को एडिट करके बनाई गई है। आरएसएस के प्रचारकों ने ब्रिटेन की महारानी को सलामी नहीं दी है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा किया जा रहा दावा गलत है।
दावा- आरएसएस कार्यकर्ताओं ने ब्रिटेन की महारानी को दी थी सलामी
दावाकर्ता- सोशल मीडिया यूजर्स
फैक्ट चेक- फेक