फैक्ट चेकः राजस्थान में लंपी वायरस से मृत गायों को लेकर न्यूज एंकर ने फैलाई भ्रामक खबर

Fact Check hi Featured Misleading

सोशल मीडिया पर शुभांकर मिश्रा नाम का एक वेरीफाइड यूजर है। इस यूजर ने एक वीडियो को पोस्ट किया है। इस वीडियो में एक बड़े से मैदान में सैकड़ों मृतक पशुओं को देखा जा सकता है। इस वीडियो को पोस्ट करते हुए दावा शुभांकर मिश्रा ने दावा किया कि राजस्थान के रेगिस्तान लाशों के मैदान बन गए हैं। 

शुभांकर मिश्रा ने ट्विट किया- “लाशों के मैदान बने राजस्थान के रेगिस्तान, लंपी वायरस से तकरीबन 57,000 गायों की मौत। सबसे ज्यादा 37 हजार मौतें राजस्थान में। गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैला वायरस| अब तक 11 लाख से अधिक पशु इससे संक्रमित| हैरानी होती है कि इस ख़बर पर कहीं शोर नहीं।” 

https://twitter.com/shubhankrmishra/status/1568286024056582144?s=20&t=NpnJj-As3j3faL2ThE5DMA
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वहीं जीतेश जेठानंदानी नाम के यूजर ने दावा किया कि राजस्थान में लंपी वायरस से 60 हजार से ज्यादा गायों की मौत हो चुकी है। उन्होंने लिखा- “#लंपी #वायरस की वजह से #राजस्थान में अब तक 60 #हजार से ज्यादा #गायों की #मौत हो चुकी है. शवों के ढेर लगे हैं.सवाल गाय के नाम पर वोट मांगने वालों से??सवाल गाय के नाम पर हंगामा करने वाले से?सवाल उस पार्टी से जिसका चुनाव चिन्ह कभी #गाय-बछड़ा था?” 

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फैक्ट चेकः 

वायरल हो रहे वीडियो का फैक्ट चेक करने के लिए हमने वीडियो के कुछ फ्रेम्स को रिवर्स किया। यह वीडियो हमें Breaking News Updates नामक यूट्यूब चैनल पर मिला। इस वीडियो को बीकानेर के जोड़बीड़ का डंपिंग यार्ड बताया गया है। 

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वहीं जब हमने बीकानेर के संदर्भ में सोशल मीडिया पर इसकी जांच की, तो हमें बीकानेर के डीएम के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से किया गया एक स्पष्टीकरण मिला। इसमें लिखा है- “दैनिक भास्कर में आज छपी खबर भ्रामक है। इसमें महत्वपूर्ण तथ्य छिपाए गए हैं। जोड़बीड़ का यह क्षेत्र पिछले 50 वर्षों से गिद्ध संरक्षण क्षेत्र है। नगर निगम द्वारा वर्षों से यहां मृत पशुओं को डालने का ठेका दिया जाता है। लंपी स्किन रोग से मृत पशुओं का निस्तारण नियमानुसार किया जा रहा है”

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राजस्थान DIPR फैक्ट चेक ने भी इस मामले पर कई फैक्ट्स दिए हैं। उन्होंने बताया कि यह जोड़बीड़ गिद्ध संरक्षण क्षेत्र है। यहां पिछले 50 वर्षों से मृत पशुओं को खुले में निगम ठेकेदार द्वारा डाला जाता रहा है। नगर निगम के आयुक्त के अनुसार लंपी से मृत पशुओं को सुजानदेसर, करमीसर और नाल क्षेत्र में दफनाया जा रहा है। जबकि जोड़बीड़ में गैर लंपी मृत पशुओं को डाला जा रहा है। 

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वहीं कई समाचारों वेबसाइटों के मुताबिक राजस्थान में लंपी वायरस से 37 हजार गायों की मौत हुई है। भारत समाचार के मुताबिक- लंपी वायरस से 57 हजार से अधिक गायों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा राजस्थान में 37 हजार गायों की मौत हुई है। 

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निष्कर्षः 

राजस्थान DIPR के फैक्ट चेक और बाड़मेर के डीएम के स्पष्टीकरण से साफ हो रहा है कि सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा किया जा रहा दावा भ्रामक है। वहीं राजस्थान में 60 हजार गायों के मरने का दावा भी भ्रामक है।