सोशल मीडिया पर एक अखबार की कटिंग खूब वायरल हो रही है। इस कटिंग को पीएम नरेंद्र मोदी से जोड़कर उनकी आलोचना की जा रही है। इस अखबार की कटिंग को शीर्षक- “आज भी नरेंद्र मोदी के भाई बहन नरेंद्र मोदी को ही अपने पिता के मौत का जिम्मेदार मानते हैं” दिया गया है।
इस अखबार की कटिंग में यह समाचार प्रकाशित की गई है कि नरेंद्र मोदी घर का सारा सोना चुराकर भाग गए थे। जिसके बाद सदमे में उनके पिता दामोदर दास को हार्ट अटैक आया था। परिवारवालों ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई थी।
इस अखबार कटिंग को शेयर करते हुए मनोज तोमर नाम के शख्स ने लिखा- “#मोदी जी जल्दी से कह दो ये झूट है, कही अंध भक्त इस ग़म में ज़हर ना खा ले या इनको बताओ की गोबर खा कर क्या बोलना है इस पर !
फैक्ट चेक:
वायरल हो रहे दावे की पड़ताल के लिए हमने गूगल पर सर्च किया। अखबार की कटिंग में इस्तेमाल की गई तस्वीर कई समाचार पत्रों और वेबसाइटों पर पब्लिश मिली। अमर उजाला द्वारा प्रकाशित एक खबर में पीएम मोदी के उसी तस्वीर को छापा गया है, जो वायरल अखाबर की कटिंग में है।
वहीं हमने जब पीएम मोदी को घर का सोना चुराने और उनके उपर एफआईआर दर्ज होने के बारे में सर्च किया, तो हमें पीएम मोदी के दो बड़े भाईयों प्रह्लाद मोदी और सोमा मोदी के हवाले से कई खबर प्रकाशित मिली। पीएम मोदी के दोनों बड़े भाईयों ने वायरल अखबार की कटिंग को गलत बताया है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी के पिता की मौत 1989 में हड्डी के कैंसर की वजह से हुई थी। अपने पिता के मौत के कुछ दिन पहले मोदी मानसरोवर की यात्रा से वापस लौटे थे और उन्होंने पिता को मानसरोवर का पवित्र जल भी दिया था। मोदी के जीवनी लेखक नीलांजन मुखोपाध्याय की पुस्तक ‘नरेंद्र मोदी: द मैन, द टाइम्स’ के मुताबिक मोदी ने 1967 में अपना गांव छोड़ दिया और अपने परिवार से अलग हो गए।
निष्कर्ष:
हमारे फैक्ट चेक से स्पष्ट हो रहा है कि पीएम मोदी को लेकर सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा गलत है और जो अखबार की कटिंग वायरल हो रही है, वह फोटोशॉप्ड है।