केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के रोहिंग्या शरणार्थियों को ईडब्ल्यूएस फ्लैट उपलब्ध कराने के दावे के बाद इंटरनेट पर गर्मागर्म चर्चा शुरू हो गई। कई यूजर्स पोस्ट कर रहे हैं कि रोहिंग्या अवैध विदेशी हैं और उन्हें वापस जाना चाहिए। इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर एक ग्राफिक वायरल हुआ जिसमें विभिन्न देशों में रोहिंग्या शरणार्थियों की संख्या दिखाई गई।
kattarhindu0001 नाम के एक यूजर ने इसे कैप्शन के साथ शेयर किया, ‘रोहिंग्या गो बैक राष्ट्र निर्माण में बड़ी बाधा होगी और योग्य भारतीयों के साथ अन्याय होगा। रोहिंग्या गो बैक. # रोहिंग्या _भंगों_देश_बचाओ ” {Hindi Tranlsation}
फैक्ट चेक:
वायरल दावे की जांच के लिए DFRAC ने विभिन्न देशों में शरणार्थी के रूप में रह रहे रोहिंग्याओं की संख्या की खोज की। हमारी टीम ने पाया कि वायरल दावे में दिये गए नंबर भ्रामक है। 2017 में म्यांमार से रोहिंग्या लोगों का बड़े पैमाने पर पलायन हुआ था। 7.3 लाख से ज्यादा लोगों को वहां से भागना पड़ा. इन लोगों को प्रमुख रूप से म्यांमार, पड़ोसी देशों जैसे कि बांग्लादेश, भारत और फिर थाईलैंड में शरण की तलाश करनी पड़ी।
UNHRC के अनुसार, बांग्लादेश के कॉक्स बाजार क्षेत्र में कुटुपलोंग और नयापारा शरणार्थी शिविरों में और उसके आसपास के इलाक़ो में 880,000 से अधिक रोहिंग्या शरणार्थी रेह रहे हैं।
द हिंदुस्तान टाइम्स के एक लेख के अनुसार , भारत में लगभग 16,000 UNHCR-प्रमाणित रोहिंग्या शरणार्थी हैं। सरकार का अनुमान है कि भारत में रहने वाले रोहिंग्या शरणार्थियों का आंकड़ा 40,000 से अधिक है , इनकी जम्मू और उसके आसपास अधिकतम में संख्या है।
वोन्यूज़ की एक रिपोर्ट के अनुसार , 2015 से अमेरिकी सरकार ने सीरिया के गृहयुद्ध से आए शरणार्थियों की तुलना में अधिक रोहिंग्याओं को बसाया है। बर्मी समुदाय के सदस्यों का मानना है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के फोर्ट वेन क्षेत्र में अब 150 से अधिक रोहिंग्या परिवार हैं। और सितंबर 2017 तक अमेरिका में 12000 से ज्यादा रोहिंग्या रह रहे थे।
विकिपीडिया में उपलब्ध डाटा से हमने पाया कि कनाडा में (सितंबर 2017 तक) लगभग 200, जापान में 300 (मई, 2018), इंडोनेशिया में 1,000 (अक्टूबर, 2017), सऊदी अरब में 1,90,000 (जनवरी, 2017) और संयुक्त अरब अमीरात में 50000 (दिसंबर, 2017) की रोहिङ्ग्य जनसंख्या हैं।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस फैक्ट चेक से साफ है कि अलग-अलग देशों में रोहिंग्या शरणार्थी संख्या का वायरल दावा भ्रामक है।
दावा: भारत में रहने वाले 50,000 से अधिक रोहिंग्या शरणार्थी
द्वारा दावा किया गया: सोशल मीडिया उपयोगकर्ता
फैक्टचेक: भ्रामक