भाजपा के राष्ट्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय के एक दावे की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। वह दावा कर रहे हैं कि गुजरात राज्य में कुल नौकरियों की उपलब्धता केवल 5.6 लाख है, तो केजरीवाल 10 लाख नौकरियां देने का वादा कैसे कर सकते हैं?
वायरल ट्वीट में वे लिखते हैं, ‘आज केजरीवाल ने गुजरात में 10 लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया था। आजादी के बाद से गुजरात में कुल मिलाकर 5.6 लाख नौकरियां हुई हैं। इस तथ्य में स्पष्ट है कि वह 5 वर्षों में संख्या को दोगुना करने का वादा करते हैं। यह हर जगह 10 लाख नौकरियों की पेशकश करने का कट पेस्ट मॉडल है!”
फैक्ट चेक:
अमित मालवीय के इस दावे की जांच के लिए DFRAC डेस्क ने विशिष्ट कीफ्रेज और कीवर्ड की मदद से गुजरात राज्य में उपलब्ध नौकरियों की संख्या की खोज शुरू की। DFRAC की सर्च में अंग्रेजी के अखबार “द इंडियन एक्सप्रेस” की 8 जुलाई 2019 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसका शीर्षक था, “गुजरात सरकार द्वारा प्रदान की गई नौकरियों में 5 वर्षों में 85% की गिरावट आई, रिकॉर्ड कहते हैं।”
रिपोर्ट में, यह उल्लेख किया गया था कि इस पांच साल की अवधि के दौरान कुल 57,920 सरकारी नौकरियां प्रदान की गईं, जो अक्टूबर 2013 और सितंबर 2018 के बीच पूरे गुजरात में प्रदान की गई कुल 17,52,890 नौकरियों में से सिर्फ 3.3 प्रतिशत है, जैसा कि गुजरात के रोजगार मंत्री द्वारा पेश किए गए आंकड़ों में बताया गया है।
इस संदर्भ में और अधिक जांच करने पर DFRAC को “द इंडियन एक्सप्रेस” की ही एक और रिपोर्ट मिली, जो हाल के समय से यानी 9 अगस्त 2022 की थी। रिपोर्ट में, यह उल्लेख किया गया था कि अमित मालवीय के ट्वीट के बाद जडेजा ने बीजेपी से लगातार दो राज्य बजट भाषणों के बारे में सवाल किया, जहां उनके अपने पूर्व उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री नितिन पटेल ने दावा किया था कि वह हर साल 15-20 लाख नौकरियां देंगे।
निष्कर्ष:
DFRAC डेस्क की जांच से यह स्पष्ट होता है कि अमित मालवीय का ट्वीट भ्रामक प्रकृति का है।
दावा- गुजरात राज्य में नौकरियों की कुल संख्या 5.6 लाख है तो केजरीवाल 10 लाख नौकरियां देने का वादा कैसे कर सकते हैं?
दावाकर्ता: अमित मालवीय
फैक्ट चेक: भ्रामक