इंटरनेट पर कुछ लोगों की एक तस्वीर वायरल हो रही है। सोशल मीडिया यूज़र्स इस तस्वीर को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि कुर्ता में जो शख्स है, वह लखीसराय के डीएम संजय कुमार सिंह हैं।
इस बीच एक तस्वीर के कैप्शन में फेसबुक यूज़र दीपक प्रसाद ने लिखा,“शिक्षक को डाँटने वाले वो डीएम साहब खुद उसी वेशभूषा में आईएएस की बजाय जनप्रतिनिधि बनकर घूम रहे हैं। कोई तो वेतन रुकवाओ रे! या निर्बलों पर ही चलेगा हर डंडा?”
न्यूज18 की वेबसाइट पर 13 जुलाई 2022 को पब्लिश रिपोर्ट के मुताबिक डीएम संजय कुमार सिंह बिहार के ज़िला लखीसराय के बालगुदर में स्कूल का निरीक्षण करने गए थे। स्कूल में खामियां देख डीएम ने शिक्षिक को फटकार लगाई थी। उन्होंने टीचर के पहनावे पर भी कमेंट किया। उस दौरान शिक्षिक ने कुर्ता-पायजामा पहना हुआ था और कंधे पर गमछा भी रखा हुआ था। इस संबंध में डीएम ने बाद में कहा था कि उन्हें कुर्ता-पायजामा से कोई दिक्कत नहीं है। हमें भी लगा कि हमें किसी के कपड़े पर कमेंट नहीं करना चाहिए था।
फ़ैक्ट चेक:
इंटरनेट पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें 14 अगस्त 2021 को प्रकाशित उसी तस्वीर के साथ जागरण की एक रिपोर्ट मिली। इसका शीर्षक था, “Flood in Lakhisarai: बाढ़ पीडि़तों के बीच पहुंचे डीएम, तुरंत शुरू कराया सामुदायिक किचेन, हर संभव मदद का दिया भरोसा”
अतः उपरोक्त रिपोर्ट से सबसे पहली बात जो स्पष्ट होती है वो ये है कि ये एक पुरानी तस्वीर है। इसके अलावा इस मामले में और सर्च करने पर हमें पता चला कि कुर्ता में व्यक्ति ज़िला परिषद के पूर्व अध्यक्ष रमाशंकर हैं और डीएम संजय कुमार सिंह सबसे बाईं ओर हैं।
इसके अलावा, रिपोर्ट में है कि डीएम ने लखीसराय में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान कई जगहों पर कम्युनिटी किचन शुरू किए गए। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। दरअसल, लखीसराय के कई इलाके बाढ़ प्रभावित हैं।
डीएम संजय कुमार सिंह, एसपी सुशील कुमार, डीडीसी अनिल कुमार, एसडीओ संजय कुमार, एएसडीएम राकेश कुमार, पिपरिया के बीडीओ विवेक रंजन, सीओ रामजी प्रसाद, जिला परिषद अध्यक्ष रमाशंकर शर्मा, पूर्व प्रमुख रवि रंजन कुमार उर्फ टुनटन सूर्यगढ़ के पटेलपुर घाट पर नाव पर सवार होकर पठुआ गांव पहुंचे।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस फ़ैक्ट चेक से स्पष्ट है कि तस्वीर में कुर्ता पहने नज़र आने वाला व्यक्ति लखीसराय के डीएम संजय कुमार सिंह नहीं है, बल्कि जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष रमाशंकर हैं, इसलिए सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा भ्रामक है।
दावा : शिक्षक को डाँटने वाले वो डीएम साहब खुद उसी वेशभूषा में आईएएस की बजाय जनप्रतिनिधि बनकर घूम रहे हैं।
दावाकर्ता: दीपक प्रसाद
फैक्ट चेक: फ़ेक और भ्रामक
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