मणिपुर में भूस्खलन को लेकर सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें वायरल हो रही हैं। पहली फोटो में सेना के जवान सड़क पर नजर आ रहे हैं तो दूसरी में कई लोग छाता पकड़े नजर आ रहे हैं.
सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि ये तस्वीरें मणिपुर के नोनी जिले में भूस्खलन की हैं, जिसमें सेना के करीब सात जवान शहीद हो गए थे।
फेसबुक पर एक यूजर लिखता है, ‘दुखद और दिल दहला देने वाला हादसा मणिपुर- आर्मी कैंप भूस्खलन में डूबा, मिट्टी के मलबे में दबे सेना के 55 जवान, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, अब तक 7 जवानों के शव निकाले जा चुके हैं! भगवान सभी सैनिकों को आशीर्वाद दें! शहीद जवानों को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि!
फैक्ट चेक:
हमने डीएफआरएसी पर गूगल पर तस्वीर की रिवर्स सर्च की और फर्स्टपोस्ट की न्यूज वेबसाइट पर इस बारे में एक रिपोर्ट मिली, जिसका शीर्षक था, “नागालैंड: उग्रवादियों के हमले में असम राइफल्स के आठ जवान मारे गए, 6 घायल हुए।” दिनांक 4 मई 2015।(Translates English)
दूसरी तस्वीर India.com की रिपोर्ट के अनुसार मणिपुर भूस्खलन की तारीख 11 जुलाई 2018 की है|
निष्कर्ष:
वायरल तस्वीरों का मणिपुर के नोनी जिले में भूस्खलन से कोई लेना-देना नहीं है। दोनों तस्वीरें पुरानी हैं।
Claim Review: तस्वीरें मणिपुर के नोनी जिले में भूस्खलन की हैं, जिसमें सेना के करीब सात जवानों की मौत हो गई थी।
Claimed by: सोशल मीडिया उपयोगकर्ता।
फैक्ट चेक: भ्रामक