आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अंग्रेजी के अखबार ‘द हिन्दू’ को दिए एक इंटरव्यू में दावा किया है कि दिल्ली सरकार के जॉब पोर्टल ‘रोजगार बाजार’ से अब तक 10.21 लाख लोगों को नौकरी मिल चुकी है।
अखबार में मनीष सिसोदिया के हवाले से लिखा गया है- “दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को कहा कि जून 2020 में शुरू किए गए राज्य सरकार के जॉब पोर्टल रोजगार बाजार ने राजधानी में अब तक 10.21 लाख नौकरियां पैदा की हैं। उन्होंने कहा कि महामारी और उसके बाद आजीविका के नुकसान के बाद लोगों के लिए पोर्टल एक बड़ी राहत के रूप में आया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस साल रोजगार बजट में घोषित दिल्ली में 20 लाख और नौकरियां देने के अपने वादे को निभाएंगे।”
इस खबर को ZEE DELHI-NCR HARYANA ने भी कवर किया है।
दिल्ली सरकार का दावा
2 साल में 10 लाख से ज़्यादा लोगों को नौकरी, @msisodia ने किया दावा @CMODelhi | @ArvindKejriwal | @AAPDelhi | #ApnaChannel pic.twitter.com/Gx1VmuA0n0
— Zee Delhi-NCR Haryana (@ZeeDNHNews) July 4, 2022
इसके अलावा कई अन्य अखबार, वेबपोर्टल्स और न्यूज चैनल्स ने भी खबर पर अपनी रिपोर्ट प्रकाशित की है।
#ManishSisodia ने कहा- रोजगार बाजार पोर्टल के जरिए 2 साल में 10 लाख से ज्यादा लोगों को मिली नौकरी https://t.co/KfiJ5prwmx
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) July 3, 2022
फैक्ट चेकः
आम आदमी पार्टी और मनीष सिसोदिया के इस दावे की पड़ताल के लिए हमने गूगल पर सिंपल सर्च किया। इस दौरान हमें अंग्रेजी के अखबार ‘द हिन्दू’ पर ही प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में आम आदमी पार्टी के दावे के मिसलिडिंग यानी भ्रामक बताया गया है।
द हिन्दू ने इस रिपोर्ट को शीर्षक- “10 लाख नौकरियां पैदा करने का AAP का दावा भ्रामक” दिया गया है। इस रिपोर्ट में विस्तार से लिखा गया है कि 1 मई तक केवल 12,588 लोगों ने पोर्टल के माध्यम से नौकरी हासिल की थी। 12,588 का यह आंकड़ा भी सरकार का एक अनुमान है, क्योंकि यह पूरी तरह से उन लोगों के साथ फोन कॉल पर आधारित है। दिल्ली सरकार के पास उन लोगों का नाम या कोई अन्य विवरण नहीं है, जिन्हें वास्तव में नौकरी मिली है, कई स्रोतों से जानकारी की पुष्टि हुई है।
निष्कर्षः
‘द हिन्दू’ की रिपोर्ट का विश्लेषण करने के बाद सामने आ रहा है कि आम आदमी पार्टी का दावा भ्रामक है। इस रिपोर्ट की माने तो 10 लाख लोगों को नहीं बल्कि सिर्फ 12,588 लोगों को ही नौकरी मिली है।
दावा- दिल्ली सरकार के रोजगार पोर्टल से 10 लाख लोगों को मिली नौकरी
दावाकर्ता- आम आदमी पार्टी
फैक्ट चेक- भ्रामक