इंटरनेट पर जानी-मानी पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) की उन तस्वीरों के कोलाज की भरमार है, जिसमें वो स्टेज पर नज़र आ रही हैं और बाक़ी में ज़मीन पर कचरे के ढेर नज़र आ रहे हैं।
इन कोलाज को शेयर करते हुए यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि ये सभी तस्वीरें थनबर्ग (Greta Thunberg) की परफॉर्मेंस के बाद ग्लास्टनबरी फेस्टिवल में पिरामिड स्टेज की हैं।
साथ ही लोग इन तस्वीरों को शेयर करते हुए थनबर्ग की आलोचना भी कर रहे हैं।
एक सोशल मीडिया यूज़र ने लिखा,“महान पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) के ‘परफॉर्मेंस’ के बाद #Glastonbury में #Pyramid स्टेज के आसपास का दृश्य!”
तस्वीरों के आर्काइव लिंक यहां और यहां दिए गए हैं।
फ़ैक्ट चेक:
DFRAC ने इन तस्वीरों के कोलाज की पड़ताल करते हुए पाया कि ये तस्वीरें एक दशक पुरानी हैं और ये हाल के फ़ेस्टिवल की नहीं हैं, क्योंकि यह साल 2015 की हैं और इन्हें Alamy की वेबसाइट पर देखा जा सकता है।
यह तस्वीर लगभग नौ साल पहले की हैं और ये 21 अगस्त, 2013 को एक जर्मन संगीत समारोह रॉक’एन’हेम में ली गई थीं। इस प्रकार तथ्य जो सामने आ रहा है, उनके मुताबिक़ वायरल हो रहीं तस्वीरों का ग्लास्टनबरी महोत्सव से भी कोई लेना-देना नहीं है।
वहीं, हमें 25 जून को पब्लिश बीबीसी की एक रिपोर्ट मिली जिसका शीर्षक,“ग्लास्ट नबरी में ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) ने किया जलवायु के प्रति सावधान”(हिन्दी अनुवाद) है।
रिपोर्ट के मुताबिक़ ग्रेटा ने वैश्विक जलवायु संकट के बारे में बात की थी। ग्लासनबरी फेस्टिवल के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट ने भी कॉन्सर्ट के बाद साफ़ मैदान की एक तस्वीर शेयर की गई है।
The litter pickers have already been doing an amazing job. pic.twitter.com/wbrejrqnPq
— Glastonbury Live (@GlastoLive) June 27, 2022
निष्कर्ष:
DFRAC के इस फ़ैक्ट चेक से साबित होता है कि सोशल मीडिया पर शेयर की जा रहीं तस्वीरों का ग्लास्टनबरी फेस्टिवल या ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) से कोई संबंध नहीं है, इसलिए यूज़र्स इन्हें भ्रामक दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
दावा: ग्लास्टनबरी फेस्टिवल से पर्यावरण कार्यकर्ता थनबर्ग की तस्वीरें
दावाकर्ता: सोशल मीडिया यूज़र्स
फ़ैक्ट चेक: भ्रामक
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