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दिल्ली पुलिस ने डीयू के दलित प्रोफ़ेसर रतन लाल का अपमान किया? पढ़ें- फ़ैक्ट-चेक

सोशल मीडिया साइट्स पर वायरल हो रहे एक वीडियो के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर रतन लाल (Ratan Lal) को ज्ञानवापी मस्जिद के संदर्भ में आपत्ति जनक टिप्पणी करने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने बहुत बेआबरु करके गिरफ़्तार किया है। 

एक यूज़र ने फ़ेसबुक पर कैप्शन, “शिवलिंग पर घटिया और बेहूदा बयान देने वाला दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर “रतन लाल” (Ratan Lal) को दिल्ली पुलिस ने धरदबोचा!” के साथ एक वीडियो पोस्ट की है, जिसमें पुलिस एक शख़्स को बिना टच किये, किसी उपकरण के ज़रिये पकड़ कर पिकअप वैन में पीछे चढ़ा रही है, जहां खड़े होने के अलावा, बैठने की कोई सुविधा नहीं। 

Facebook Post Screenshot

फ़ैक्ट चेक:

इंटरनेट पर सर्च करने के बाद हमने पाया कि इस वीडियो को डीजीपी चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारिक ट्विटर हैंडल से 25 अप्रैल 2020 को ट्वीट किया गया था। वीडियो के कैप्शन में बताया गया है, “चंडीगढ़ पुलिस की वीआईपी सुरक्षा विंग ने असहयोगी कोरोना संदिग्धों और कर्फ्यू तोड़ने वालों से निपटने का यह अनोखा तरीका निकाला है। बेहतरीन उपकरण, बढ़िया ड्रिल !!! सराहनीय योग्य @ssptfccd (एसएसपी/सुरक्षा एवं यातायात, केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़), इंस्पेक्टर मंजीत, एचसीटी गुरदीप, एचसीटी पवन और सीटी ऊषा।”

https://twitter.com/DgpChdPolice/status/1254016219834916866

 

समाचार पत्र द ट्रिब्यून ने पुलिस के इस स्मार्ट वर्क को कवर किया है। 

निषकर्ष:

फ़ैक्ट चेक से साबित होता है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के माध्यम से जो दावा किया जा रहा है, वो सरासर बे बुनियाद और भ्रामक है। ज्ञातव्य हो कि कोर्ट ने प्रोफ़ेसर रतन लाल (Ratan Lal) को ज़मानत भी दे दी है। 

दावा: दिल्ली पुलिस ने डीयू के प्रोफ़ेसर रतन लाल को अपमानजनक रूप में गिरफ़्तार किया

दावाकर्ता: सोशल मीडिया यूज़र्स

फ़ैक्ट चेक: भ्रामक

 (आप #DFRAC को ट्विटरफ़ेसबुकऔर यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।)

 

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